केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर के दावों के बाद पूरे देश में NRC को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं. अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की इस मुद्दे पर आलोचना की है. बीएसएफ पर सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को अलग पहचान पत्र न लेने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि अगर आप बीएसएफ द्वारा जारी पहचान पत्र स्वीकार करते हैं तो आप एनआरसी के जाल में फंस जाएंगे. हालांकि, बीएसएफ ने उनके सभी आरोपों को खारिज कर दिया है.
हमने सभी को दी नागरिकता
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कूच बिहार में स्थानीय लोगों, विशेषकर राजबोंगशी लोगों को यह सुनिश्चित करने की सलाह दी कि उनके नाम मतदाता सूची में हों ताकि वे खुद को सीएए से बचा सकें. उन्होंने (भाजपा) फिर से सीएए के बारे में बोलना शुरू कर दिया है. यह राजनीति के अलावा कुछ नहीं है. हमने सभी को नागरिकता दी है.
मैं तुम्हारी रक्षा के लिए शेरनी की तरह खड़ी हूं: ममता
कूचबिहार में कार्यक्रम में बोलते हुए बनर्जी ने बीएसएफ पर लोगों को प्रताड़ित करने और सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को अलग पहचान पत्र जारी करने का भी आरोप लगाया है. बीएसएफ लोगों पर अत्याचार कर रही है... वह सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को अलग पहचान पत्र जारी करने की कोशिश कर रही है. इन कार्डों को कभी स्वीकार न करें. अगर वे आपसे पूछें, तो उन्हें बताएं कि आपके पास आधार और राशन कार्ड हैं और आपको किसी अन्य कार्ड की आवश्यकता नहीं है. यदि आप उन कार्डों को स्वीकार करते हैं तो आप एनआरसी के जाल में फंस जाएंगे और (वे) आपको (नागरिक सूची) से बाहर कर देंगे, लेकिन डरो मत... मैं तुम्हारी रक्षा के लिए शेरनी की तरह हमेशा मौजूद हूं.
'कोई भी कार्ड न करें स्वीकार'
उन्होंने सिलीगुड़ी में चाय बागानों के पट्टों के वितरण के एक अन्य कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि लोग बीएसएफ द्वारा जारी किए गए किसी भी कार्ड को स्वीकार न करें, क्योंकि राज्य सरकार के अलावा कोई भी नया पहचान पत्र जारी नहीं कर सकता. उम्मीद है आप भूले नहीं होंगे कि सीतलकुची में चार लोग मारे गए थे. अगर बीएसएफ आप पर अत्याचार करती है तो वे पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं.
साथ ही मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव, जिलाधिकारियों और एसपी को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से जुड़े मामलों पर नजर रखने का भी निर्देश दिया है.
'BSF नहीं जारी तक कोई पहचान पत्र'
वहीं, ममता बनर्जी के आरोपों पर प्रतिक्रिया करते हुए बीएसएफ के डीआईजी (पूर्वी कमान) एसएस गुलेरिया ने पीटीआई से कहा कि बीएसएफ ने कभी भी कोई अलग पहचान पत्र जारी नहीं किया है. हम सीमा से लगे इलाकों में केवल आधार, पैन, मतदाता पहचान पत्र और पासपोर्ट जैसे पहचान पत्र ही स्वीकार करते हैं जो केंद्र सरकार द्वारा जारी किए जाते हैं.
शांतनु ठाकुर ने दिया NRC को लेकर दावा
आपको बता दें कि रविवार को केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता शांतनु ठाकुर ने दक्षिण 24 परगना जिले में एक सार्वजनिक बैठक में दावा किया था कि अगले साल दिनों के अंदर पश्चिम बंगाल ही नहीं बल्कि पूरे भारत में सीएए लागू कर दिया जाएगा.
पिछले हफ्ते बंगाल की मुख्यमंत्री ने राज्य को बकाया राशि का भुगतान नहीं करने के लिए केंद्र पर भी निशाना साधा और उन्हें राशि का भुगतान करने के लिए 1 फरवरी तक का अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि भुगतान न मिलने पर वह बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन शुरू करेंगी.
उन्होंने कहा कि मैं 1 फरवरी तक इंतजार करूंगी. मुझे बकाया चुकाने के लिए सात दिन का समय दिया गया है. हमें हमारा पैसा वापस दे दीजिए. लोगों को घर नहीं मिलेंगे, उनकी मेहनत का पैसा नहीं मिलेगा और आप (बीजेपी) इमारतों में रहूंगी, ऐसा नहीं होगा, मैं इसे बर्दाश्त नहीं करूंगी. अगर मुझे पैसे नहीं मिले तो मैं जो कर सकती हूं करूंगी.
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