ओडिशा भुवनेश्वर के ‘नायक सर’ के नाम से पहचाने जाने वाले सिलू नायक एक ऐसी साधना में लगे हुए हैं, जो युवाओं के देश सेवा के सपने को साकार करने की है. सिलू नायक या नायक सर अभी तक अपनी ट्रेनिंग से कई युवाओं का ये ख्वाब पूरा कर चुके हैं. इसी ट्रेनिंग की बदौलत वे सेना, पुलिस, अन्य सुरक्षा बलों में तैनाती पा चुके हैं. नायक युवाओं को ये ट्रेनिंग मुफ्त देते हैं.
विडंबना है कि नायक ने ओडिशा पुलिस के तहत आने वाले ओडिशा औद्योगिक सुरक्षा बल (OISF) में तैनाती के लिए खुद लिखित परीक्षा और इंटरव्यू दिया था. लेकिन किसी तरह की फिजिकल ट्रेनिंग न होने की वजह से शारीरिक फिटनेस टेस्ट के वक्त नायक ने खुद ही हिस्सा नहीं लिया. उन्हें डर था कि वो इस मुश्किल और कड़ी शारीरिक मेहनत वाले टेस्ट को क्वॉलिफाई नहीं कर पाएंगे.
नायक ने इसके बाद पाया कि कई और युवा अभ्यर्थी भी हैं जो लिखित परीक्षा और इंटरव्यू में तो कामयाब रहते हैं लेकिन फिजिकल टेस्ट को पार नहीं कर पाते. तभी से नायक को जीवन का मकसद मिल गया. उन्होंने ठान लिया कि वो युवा अभ्यर्थियों को शारीरिक और मानसिक तौर पर मजबूत करने के लिए ट्रेन्ड करेंगे, जिससे उनका सेना और सुरक्षा बलों में चयन हो सके. नायक ने युवाओं को ये ट्रेनिंग मुफ्त देने का फैसला किया.
अराखुडा गांव में रहने वाले 28 वर्षीय सिलू नायक के नाम और काम का जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ में किया तो हर किसी का ध्यान उनकी ओर गया. नायक को उनके गांव और आसपास के इलाके में हर कोई नायक सर के नाम से बुलाता है. नायक ने अपने ट्रेनिंग सेंटर का नाम ‘महागुरु बटालियन’ रखा हुआ है. ट्रेनिंग के दौरान हर पहलू को कवर किया जाता है जैसे कि लिखित परीक्षा, इंटरव्यू, फिजिकल फिटनेस, ट्रेनिंग की जरूरतें आदि. किसी को भी जानकर हैरानी होगी कि नायक की ओर से ट्रेंड किए गए अनेक युवा सेना, नौसेना, वायुसेना, सीआरपीएफ, बीएसएफ में तैनात हैं.
पीएम मोदी ने सिलू नायक का जिक्र करते हुए कहा, “हालांकि आपको ये जानकर हैरानी होगी कि सिलू नायक ने खुद ओडिशा पुलिस में भर्ती के लिए कोशिश की थी लेकिन कामयाब नहीं हो सके. इसके बावजूद उन्होंने अपनी खुद की दी गई ट्रेनिंग के आधार पर कई युवाओं को राष्ट्रीय सेवा में तैनाती के योग्य बनाया. आइए हम सब नायक सर के लिए कामना करते हैं कि वे देश के लिए और हीरो तैयार करने में महान सफलता पाएं.”
सिलू नायक देवी नदी के तट पर युवाओं को ट्रेंड करते हैं. अभी तक उन्होंने 300 युवाओं को प्रशिक्षित किया है, जिनमें से 70 को तैनाती मिल चुकी है. नायक के ट्रेंड किए युवाओं में से 18 को भारतीय सेना में, तीन को भारतीय वायु सेना और छह को भारतीय नौसेना में नियुक्ति मिल चुकी है. सीआरपीएफ और बीएसएफ में चार-चार युवाओं का चयन हुआ है. कई युवा प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसियों में काम कर रहे हैं.
सिलू नायक ने ग्रेजुएट होने के बाद भारतीय सेना से जुड़ने का सपना देखा था. अपना सपना तो उनका पूरा नहीं हो सका लेकिन वो कई युवाओं के सपने को हकीकत में बदलने में अपना योगदान दे रहे हैं. आजतक से बात करते हुए नायक ने कहा, “मैं समाज को दिए अपने योगदान पर पीएम मोदी से प्रशंसा और मान्यता पाकर खुद को बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं. इस प्रशंसा से जिम्मेदारी और बढ़ गई है और अब हमारा मिशन और मजबूत हो गया है. अब पहले से कहीं ज्यादा ऊर्जा महसूस हो रही है.”
मोहम्मद सूफ़ियान