किसान आंदोलन की समाप्ति के बाद भी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का सिंघु बॉर्डर अभी तक नहीं खुल पाया है. सोमवार रात तक सिंघु बॉर्डर पर बनाई गईं दीवारें और बड़े-बड़े कंटेनर हटाए जाने का अनुमान है, क्योंकि प्रशासन की टीम यह सब हटाने में जुटी है. हालांकि इसके बावजूद भी गाड़ियां रात में यहां नहीं चल पाएंगी, क्योंकि सड़क पर कई जगह कीलें भी लगाई गई हैं. उनको भी पूरी तरह से हटाकर रिपेयर करना होगा, उसके बाद ही गाड़ियां यहां से गुजर पाएंगी.
NH-24 यानी ग़ाज़ीपुर बॉर्डर 15 दिसंबर को खाली हो जाएगा. रविवार को यूपी गेट बॉर्डर पर मौजूद मंच को भी हटा लिया गया है. पुलिस ने गाजीपुर साइड में लगी बैरिकेडिंग हटाने का काम भी शुरू कर दिया है. 15 दिसंबर को किसान नेता राकेश टिकैत भी यूपी गेट पर हवन करने के बाद अपने गांव से सिसौली के लिए रवाना हो जाएंगे.
सामान समेटने में लगे किसान
दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन में आए पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्यों के किसान अब घर वापसी कर रहे हैं. जहां पिछले दो दिनों से अभी तक लगभग आधे से ज्यादा किसान टिकरी बॉर्डर से वापस अपने घरों के लिए रवाना हो चुके हैं, वहीं बचे हुए किसान भी अपने सामान को समेटने में लगे हुए हैं.
इसलिए लग रहा वापस जाने में समय
पिछले एक साल से अधिक समय से किसान टिकरी बॉर्डर पर हैं और उन्होंने अपने रहने के लिए लगभग घर जैसी व्यवस्था बॉर्डर पर कर रखी थीं. ऐसे में अब उस सामान को हटाने और वापस ले जाने में किसानों को समय लग रहा है. हालांकि, किसानों की मानें तो आने वाले अगले एक से दो दिनों में टिकरी बॉडर पूरी तरह खाली हो जाएगा.
जल्द शुरू होगा ट्रैफिक
साथ ही पुलिस द्वारा टिकरी बॉडर पर लगाया गया बैरिकेट्स भी पूरी तरह हटा दिए गए हैं. लेकिन दिल्ली को हरियाणा से जोड़ने वाले रोहतक हाइवे रोड पर अभी यातायात शुरू नहीं किया गया है, क्योंकि पूरी तरह से टिकरी बॉर्डर खाली किए जाने के बाद ही गाड़ियों का आवागमन शुरू किया जाएगा.
तनसीम हैदर