कर्नाटक में नाबालिगों के यौन शोषण के मामले में विवाद बढ़ने पर पुलिस ने लिंगायत मठ के संत शिवमूर्ति को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. चित्रदुर्ग स्थित मुरुगा लिंगायत मठ काफी प्रसिद्ध मठ है. राज्य में अगले साल चुनाव में ऐसे में सत्ताधारी दल और विपक्षी पार्टियां भी मामले में काफी सधा हुआ रुख अपनाए हुए हैं. संत शिवमूर्ति पर नाबालिग छात्राओं के साथ रेप के मामले में ये कार्रवाई हुई है. आईए जानते हैं कि आखिर ये पूरा मामला क्या है?
मठ के संत शिवमूर्ति पर नाबालिगों के यौन शोषण का आरोप लगा है. मैसूर पुलिस ने दो नाबालिगों की शिकायत के बाद संत के खिलाफ FIR दर्ज की थी. पुलिस ने POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. जिन दोनों लड़कियों ने संत के खिलाफ मामला दर्ज कराया है, वे मठ द्वारा संचालित स्कूल में पढ़ती थीं और हॉस्टल में रहती थीं.
नाबालिगों ने एक एनजीओ की मदद से जिला बाल कल्याण समिति के पास शिकायत दर्ज कराई थी. संत के अलावा संस्थान के चार वार्डन पर भी केस दर्ज हुआ है. शिकायत के मुताबिक, मठ द्वारा संचालित स्कूल के हॉस्टल में रहने वाली 15 और 16 साल की लड़कियों का करीब 3.5 साल तक यौन उत्पीड़न हुआ. नाबालिगों के साथ दरिंदगी का ये सिलसिला जनवरी 2019 से जून 2022 तक चला. एनजीओ के मुताबिक, संत ने इन दो लड़कियों का ही नहीं बल्कि और कई नाबालिगों का यौन उत्पीड़न किया.
इसके बाद संत शिवमूर्ति पर मैसूर में POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया गया था. इसके बाद पुलिस ने दोनों नाबालिगों के मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराए थे. संत शिवमूर्ति के खिलाफ दर्ज शिकायत में कहा गया है कि वे अपने मठ के हॉस्टल में रहने वाली हाई स्कूल की छात्राओं का यौन शोषण करते थे. बताया जा रहा है कि एक नाबालिग अनुसूचित जाति समुदाय से आती है. इसलिए शिवमूर्ति पर अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निरोधक कानून के तहत भी केस दर्ज किया गया है.
इस मामले में पुलिस ने शुक्रवार को दूसरी आरोपी रश्मि को गिरफ्तार कर लिया. रश्मि को पुलिस ने शुक्रवार को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था. उधर, मामले में मुख्य आरोपी संत शिवमूर्ति की तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया. बताया जा रहा है कि पुलिस ने गुरुवार को संत शिवमूर्ति को गिरफ्तार करने के बाद कई घंटों तक पूछताछ की थी. इसके बाद जेल में उन्हें कुछ स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो गईं. इसके बाद उन्हें जिला अस्पताल में चेक अप के लिए लाया गया था.
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