कर्नाटक के आईपीएस अधिकारी सीमांत कुमार सिंह एक बार फिर से कोरोना संकट की दूसरी लहर में संकटमोचक साबित हो रहे हैं. कोरोना की दूसरी लहर के बीच वह निजी तौर पर लोगों की मदद कर रहे हैं. सीमांत मौजूदा समय में एंटी करप्शन ब्यूरो में बतौर एडीजीपी तैनात हैं. उन्होंने कर्नाटक के 17 जिलों के ग्रामीण अस्पतालों में करीब 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मुहैया कराए हैं.
आईपीएस अधिकारी सीमांत सिंह ने राज्य में कोरोना के बढ़ते मामले और संसाधनों की कमी के बीच लोगों की मदद का फैसला लिया. वह अपने जानने वालों के साथ धन एकत्रित कर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीद लोगों की मदद कर रहे हैं. एक बार खरीदे हुए उपकरण कर्नाटक पहुंचने के बाद उसे जिले के एसपी ऑफिस पहुंचाया जाता है जिसके बाद वहां से स्थानीय पुलिस अस्पताल प्राधिकरण को उपकरण सौंप देती है.
दान देने वालों को साक्ष्य दिखाने के लिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स को अस्पतालों को सौंपने से लेकर मरीजों के इसके इस्तेमाल तक की प्रक्रिया कैमरे में कैद होती है. ताकि दान देने वालों को सनद रहे कि उनके दिए गए दान का दुरुपयोग नहीं हो रहा है. कर्नाटक के आईपीएस अधिकारियों ने सीमांत कुमार सिंह के इस काम की सराहना की है. सीमांत सिंह बिना किसी लागलपेट और दिखावे के लोगों की मदद कर रहे हैं.
डीजी और आईजीपी प्रवीन सूद ने भी सीमांत सिंह के कार्य की प्रशंसा की है. सूद ने सलाह दी है कि एसपी दफ्तर में दिए जा रहे ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स का इस्तेमाल पुलिसकर्मियों के इलाज के लिए किया जाए क्योंकि पुलिसकर्मी फ्रंटलाइन वर्कर हैं. साथ ही आपात स्थिति में इनका इस्तेमाल अस्पतालों में भी किया जाए.
इसे भी क्लिक करें --- कोरोना से जंग में तीसरा हथियार! अगले हफ्ते बाजार में आएगी स्पूतनिक वैक्सीन, जानिए बड़ी बातें
बता दें कि सीमांत सिंह ने कोरोना वायरस की पहली लहर के दौरान प्रवासी मजदूरों को उनके पैतृक निवास पर जाने में मदद की थी. सीमांत कुमार सिंह का कहना है कि हम 300 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स उपलब्ध कराने की कोशिश में हैं. अगले कुछ सप्ताह में यह संख्या बढ़ भी सकती है. लोगों के आगे आने से यह संभव हो पाया है. हम समाज के लिए अपना योगदान दे रहे हैं.
नागार्जुन