भाजपा युवा मोर्चा के नेता प्रवीण नेट्टारू की हत्या की निंदा करते हुए कर्नाटक भाजयुमो के कई कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया है. कार्यकर्ता हत्याकांड में सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे. हालांकि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बोम्मई ने हत्याकांड की एनआईए से जांच कराने की सिफारिश की है. उधर, कर्नाटक के पूर्व मंत्री ईश्वरप्पा ने भाजयुमो कार्यकर्ताओं के सामूहिक इस्तीफे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
पूर्व मंत्री ईश्वरप्पा ने कहा है कि इस्तीफा देने वाले कार्यकर्ता नादान हैं, अपरिवक्व हैं, इसलिए उन्होंने इस्तीफा दिया है. ईश्वरप्पा ने कहा कि जब श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश के लिए जान दी तो क्या किसी ने इस्तीफा दिया? उन्होंने ये भी पूछा कि जब पंडित दीन दयाल उपाध्याय की हत्या हुई थी तो क्या किसी ने इस्तीफा दिया था? पूर्व मंत्री ने कहा कि ये लड़के (इस्तीफा देने वाला भाजयुमो के कार्यकर्ता) परिपक्व नहीं हुए हैं, मैं इनसे बात करूंगा.
मुख्यमंत्री बोम्मई ने क्या कहा....
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा कि प्रवीण की हत्या एक सुनियोजित, संगठित अपराध है. इस मुद्दे पर राज्य के डीजी एंड आईजी के साथ चर्चा की गई है और पूरा विवरण मांगा गया है. मामले की पूरी जानकारी मिलने पर हम केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर एनआईए से जांच कराने का अनुरोध करेंगे.
सुरक्षा उपायों को बढ़ाने के बारे में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केरल से लगने वाली सीमा के साथ-साथ सभी सीमावर्ती स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. चेक पोस्ट स्थापित किए जाएंगे, तटीय क्षेत्र के गांवों में संवेदनशील स्थानों पर अस्थायी पुलिस शिविर स्थापित किए जाएंगे. पुलिस विभाग में रिक्त पदों को भरा जाएगा, रात्रि गश्त तेज की जाएगी और दक्षिण कन्नड़ जिले में केएसआरपी की एक अतिरिक्त बटालियन तैनात की जाएगी.
26 जुलाई को हुई थी प्रवीण नेट्टारू की हत्या
बता दें कि कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में बीजेपी युवा मोर्चा के जिला सचिव प्रवीण नेट्टारू की 26 जुलाई को बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. दिनभर काम करने के बाद प्रवीण दुकान बंद कर जब घर लौट रहे थे तभी रात करीब 9 बजे बाइक सवार बदमाशों ने धारदार हथियार से उन पर हमला कर दिया.
जांच के दौरान ये भी सामने आया कि प्रवीण ने उदयपुर के कन्हैयालाल के समर्थन में एक पोस्ट शेयर किया था. इसी वजह से उन पर ये हमला किया गया. प्रवीण हत्याकांड में PFI का कनेक्शन भी सामने आ रहा है. राज्य में PFI पर बैन लगाने की मांग हो रही है.
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