संसद के दोनों सदनों में शुक्रवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई. लेकिन सदन की कार्यवाही नीट पर चर्चा की विपक्ष की मांग की भेंट चढ़ गई. विपक्ष के इस हंगामे पर हिमाचल प्रदेश के मंडी से बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने प्रतिक्रिया दी.
कंगना रनौत ने कहा कि आपने देखा उन लोगों का आचरण किस तरह का था. अध्यक्ष महोदय जी ने भी उन्हें काफी फटकार लगाई. उन्होंने कहा कि सड़क और सदन के विद्रोह में कुछ फर्क होता है. लेकिन लगता है कि वे किसी की भी बात सुनने को तैयार नहीं है. हम पहली बार संसद आए हैं तो हम भी घबरा गए कि ऐसा क्या हो गया? इतना ज्यादा चीखना और चिल्लाना हुआ. ऐसा लगा के विपक्षी सांसद वेल में आकर हमला करने वाले हैं. हमारा तो संसद में पहला ही अनुभव है.
कंगना ने कहा कि हमें बहुत बुरा लगा कि उन्होंने किसी को भी बात नहीं करने दी. राष्ट्रपति के जिस अभिभाषण पर चर्चा होनी थी, विपक्ष उसे भूलकर अपनी ही मनमानी कर रहे थे. मुझे नहीं लगता कि इस तरह का आचरण स्वीकार्य होना चाहिए.
सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान स्थगन प्रस्ताव लाने की कोई परंपरा नहीं है. विपक्ष अनावश्यक मांग कर रहा है. सरकार नीट के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार है. अगर राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष नीट का मुद्दा उठाता है तो शिक्षा मंत्री इस पर प्रतिक्रिया देंगे.
बता दें कि लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में नीट के मुद्दे पर विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नीट का मुद्दा उठाया. राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा की शुरुआत से पहले नीट को लेकर चर्चा की मांग की.
राहुल गांधी ने स्पीकर से दो मिनट टाइम मांगा. इस पर स्पीकर ने कहा कि आप दो मिनट नहीं, जितना आपकी पार्टी का समय है आप पूरा ले सकते हैं. आप डिटेल में बोलना. स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि आप प्रतिपक्ष के नेता हैं, संसदीय मर्यादाओं का पालन कीजिए. इसके बाद राहुल गांधी ने कुछ कहा जिस पर स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि मैं माइक बंद नहीं करता हूं, यहां कोई बटन नहीं है. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान के जो स्टूडेंट हैं, उन्हें जॉइंट मैसेज देना चाहते थे.
बता दें कि एक दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के घर हुई बैठक में इंडिया ब्लॉक की पार्टियों ने संसद में नीट पेपर लीक का मुद्दा उठाने का फैसला किया था. संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही राहुल गांधी ने ये मुद्दा उठाने की बात कह दी थी.
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