भजनलाल शर्मा का CM बनना क्या वसुंधरा राजे की हार है?

भजनलाल शर्मा किन तीन वजहों से राजस्थान के बड़े बड़ों पर भारी पड़ गए, भजनलाल शर्मा का CM बनना क्या वसुंधरा राजे की हार है,तेवर बदल चुके शिवराज सिंह चौहान की केंद्रीय मंत्रिमंडल में वापसी होगी या खेल अभी बाक़ी है और संसद के शीतकालीन सत्र के सातवें दिन आज क्या हुआ? सुनिएगा 'दिन भर' में.

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DB DB

रोहित त्रिपाठी

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  • 12 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 9:10 PM IST

राजस्थान में आज संदेह के बादल छँटे और सूरज निकला भजनलाल शर्मा के नाम का.  संगठन के आदमी कहे जानेवाले और पहली बार विधायक बने भजनलाल राजस्थान के अगले मुख्यमंत्री होंगे. अब से कुछ घंटे पहले ये ऐलान हुआ, जिसने देश तो क्या खुद पार्टी के समर्थकों को चौंकाया. रक्षा मंत्री और बीजेपी नेता राजनाथ सिंह बतौर पर्यवेक्षक जयपुर भेजे गए थे, उन्होंने भजनलाल के नाम एलान किया. 

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मुख्यमंत्री बनाए जाने का ऐलान सुनते ही भजनलाल शर्मा मंच पर पहुंचे और पूर्व सीएम राजे और राजनाथ के पैर छू कर आशीर्वाद लिया. इस अनजाने नाम के एलान के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बढ़चढ़कर नए मुख्यमंत्री का स्वागत किया और कहा कि कोई भी कार्यकर्ता मुख्यमंत्री पद तक जा सकता है ये विश्वास हमें बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने आज दे दिया. 

तीन नामों के एलान और हुए इसके साथ ही. दो उपमुख्यमंत्रियों के और राजस्थान विधानसभा के स्पीकर का. दो उपमुख्यमंत्रियों में एक नाम दीया कुमारी का है और दूसरा नाम प्रेमचंद बैरवा का. स्पीकर होंगे वासुदेव देवनानी. सुनिए 'दिन भर' में.

पिक्चर अभी बाक़ी है...
मध्यप्रदेश में शपथ ग्रहण समारोह है जहां प्रधानमंत्री समेत बीजेपी की शीर्ष लीडरशिप मौजूद रहेगी... शायद वसुंधरा राजे भी.  वैसे मौजूद मध्यप्रदेश के हाल तक सीएम रहे शिवराज सिंह चौहान भी रहनेवाले हैं. उन्होंने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की, ये बताने के लिए कि मैं संतुष्ट हूँ और मैं कोई पद खुद से नहीं चाहता. उन्होंने उमा भारती का जिक्र करते हुए कहा कि जब उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ने के बावजूद मुझे सीएम बनाए जाने से उनको कोई दिक्कत नहीं हुई तो मुझे क्यों होगी.

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शिवराज लाख इनकार करें लेकिन सवाल अब उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर खड़े हुए हैं कि शिवराज को अब बीजेपी क्या जिम्मेदारी देगी? केन्द्रीय मंत्रीमण्डल में adjust करने की बात तो चल रही है लेकिन ये केवल अफवाह है या इसका कोई आधार है? सुनिए 'दिन भर' में.

इलेक्शन कमिश्नर क्यों चुनना चाहती है सरकार?

जिस वक्त राजस्थान में ये हलचल चल रही, उसी वक्त देश की संसद के शीतकालीन सत्र का आज सातवां दिन जारी था. कई बिल पेश हुए जो आगे के लिहाज से महत्वपूर्ण और हंगामेदार दोनों होंगे. जैसे मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों से नियुक्ति से जुड़ा बिल राज्यसभा में पेश किया गया. कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने इसे पेश किया था. इससे बदलेगा क्या इस पर तो हम आएंगे लेकिन उससे पहले और बिलों पर बात. आज ही जम्मू कश्मीर और पुडुचेरी में महिलाओं को आरक्षण देने वाला बिल भी पेश किया गया. तो क्या रहा आज, सुनिए 'दिन भर' में.

 

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