इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2021 में आज गुरुवार को कांग्रेस नेता और अरुणाचल प्रदेश से लोकसभा सांसद रहे निनॉन्ग एरिंग ने कहा कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश में निर्माण कर लिया है और इस पर चर्चा करने के बजाय बीजेपी या कांग्रेस ने क्या किया, हमें गंभीरता से सोचना होगा.
कॉन्क्लेव में चीन पर बीजेपी सांसद तापिर गाव की टिप्पणी पर अरुणाचल प्रदेश के पूर्व सांसद निनॉन्ग एरिंग ने कहा कि घोड़ा इतना रफ्तार में रखिए कि लगाम संभाल सकें. ये काल्पनिक लाइन है, जिसे हेनरी, मैक्मोहन, लामा लोन्चांग ने मिलकर 1914 में नक्शा तैयार किया था और चीन ने उन्हें सम्मानित भी किया था. उस समय तिब्बत एक स्वतंत्र देश था और चीन के अधीन नहीं था.
चीन की हरकत के बारे में आगाह करते हुए पूर्व सांसद एरिंग ने कहा कि बात करने के बजाय, चीन ने प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया. चीन पहले ही अरुणाचल प्रदेश में घुस चुका है. वे पहले ही यहां पर निर्माण कर चुके हैं, इसलिए हमें इस बारे में गंभीरता से सोचना होगा, न कि इस पर की बीजेपी और कांग्रेस ने क्या किया.
बीजेपी सांसद ने क्या कहा
इससे पहले कॉन्क्लेव में अरुणाचल प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लोकसभा सांसद तापिर गाव ने कहा कि भारत चीन को काफी टेस्ट कर चुका है. पंडित नेहरू और चाऊ ऐन लाई के दौर से लेकर हम आज नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग के दौर तक टेस्ट कर रहे हैं.
चीन के साथ संबंधों को लेकर बीजेपी सांसद गाव ने कांग्रेस पर हमला किया. सांसद तापिर गाव ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा सच्चाई को छुपाया है जबकि बीजेपी ने ऐसा नहीं. बीजेपी के पीछे की सच्चाई है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कभी कुछ छिपाया नहीं. चाहे वह पैंगोंग लेक हो या गलवान घाटी हो. नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद, सेना को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अभ्यास करने का अधिकार दिया गया.
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2021 के इसी सत्र में पूर्व सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने चीन के साथ हुए समझौते को लेकर कहा कि चीन के साथ समझौता एक अच्छी शुरुआत है और इस शुरुआत को हमें बनाए रखना होगा. हालांकि चीन का ट्रैक रिकॉर्ड बेहद खराब है. उसने कई बार समझौते से जुड़े प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है.
उन्होंने कहा कि सामरिक समझौतों पर चीन का रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है इसलिए हमें सतर्क रहना होगा. पिछला साल बेहद संकटपूर्ण रहा है. लंबे समय बाद ऐसा पहली बार है जब हमने चीन की आंख में आंख मिलाकर देखा, लेकिन चीन पर भरोसा नहीं कर सकते.
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