इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2021 के 19वें संस्करण के दूसरे दिन रोल ऑफ कॉर्पोरेट्स इन कम्बैटिंग क्लाइमेट चेंज सेशन में आईटीसी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर संजीव पुरी ने कहा कि सामाजिक संसाधनों के ट्रस्टी के रूप में कॉरपोरेट्स जगत की जिम्मेदारी बनती है. क्लाइट चेंज को लेकर अब बड़े स्तर पर काम करने की जरूरत है.
कॉन्क्लेव में जलवायु परिवर्तन से निपटने में कॉरपोरेट्स की भूमिका पर उद्योगपति संजीव पुरी ने कहा कि सामाजिक संसाधनों के ट्रस्टी के रूप में कॉरपोरेट्स की जिम्मेदारी होती है. उन्होंने यह भी कहा कि हमें ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर, वाटर न्यूट्रिलिटी के लिए प्रतिबद्ध होने की जरूरत है.
इसे भी क्लिक करें --- Tata को Air India सौंपने पर सवाल क्यों? संजीव सान्याल ने बताया बोल्ड फैसला!
संजीव पुरी ने कॉन्क्लेव में अपने संबोधन के दौरान कुछ महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर प्रकाश डाला, जिन पर कॉर्पोरेट्स जगत को ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सबसे पहले, उद्यमों के लिए एक लक्ष्य निर्धारित करना होगा. दूसरा, हमें ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार और निर्माण के लिए खुद को प्रतिबद्ध करने की जरूरत है. तीसरा, हमें वाटर न्यूट्रिलिटी के लिए खुद को प्रतिबद्ध करने की जरूरत है. चौथा, समाधान खोजने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग करना चाहिए.
संजीव पुरी ने कहा, "जो यहां के लिए अच्छा है, वह उद्यमों के लिए भी अच्छा है. हमें अब कुछ करने की जरूरत है क्योंकि क्लाइमेट चेंज एक वास्तविकता बन चुकी है." उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट्स बड़े पैमाने पर बदलाव को प्रभावित कर सकते हैं.
'Tata को Air India सौंपना बोल्ड फैसला'
इससे पहले इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2021 के कार्यक्रम के दूसरे दिन वित्त मंत्रालय के प्रधान आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल ने कहा कि एअर इंडिया का निजीकरण सरकार की सही रणनीति का नतीजा है. एअर इंडिया को लेकर जो लोग सवाल उठा रहे हैं, उन्हें पता होगा कि एअर इंडिया को पूरी पारदर्शिता के साथ टाटा के हवाले किया गया है. उन्होंने बिडिंग के दौरान एअर इंडिया को खरीदा है. इसके लिए टाटा की ओर से सबसे ज्यादा 18 हजार करोड़ रुपये की बोली लगाई गई.
aajtak.in