India-Pakistan Tension Updates: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले के बाद भारत ने आतंकी और उसके आकाओं को जमींदोज करने की तैयारी शुरू कर दी है. केंद्र की मोदी सरकार अब फुल एक्शन में नजर आ रही है. आज राजधानी दिल्ली में बड़ी हलचल देखने को मिल रही है. पीएम आवास पर प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में सीसीएस मीटिंग हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुरक्षा मामलों पर कैबिनेट समिति (CCS) और राजनीतिक मामलों पर कैबिनेट समिति (CCPA) की अहम बैठकों की अध्यक्षता किए. CCS राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों पर सरकार की ऐसी संस्था है, जो सबसे बड़े फैसले लेती है. CCPA को कैबिनेट समितियों में सबसे ताकतवर माना जाता है. CCPA को अक्सर 'सुपर कैबिनेट' कहा जाता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्ष में सीसीएस की कैबिनेट मीटिंग होने के बाद एक और बैठक हुई. जानकारी के मुताबिक, सीसीएस बैठक के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह के साथ अलग से मीटिंग हुई. इस मीटिंग में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद रहे.
(इनपुट: हिमांशु मिश्रा)
पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई का प्लान तैयार कर लिया है. सरकारी सूत्रों के अनुसार, सरकार ने पाकिस्तान और आतंकवाद पर एक डोजियर तैयार किया है. जिसमें बताया जाएगा कि आतंक को समर्थन करने का पाकिस्तान का लंबा इतिहास रहा है. और दुनिया भर में आतंकवादी घटनाओं में पाकिस्तान का हाथ रहा है.
वहीं, पाकिस्तान के शीर्ष नेताओं ने समय-समय पर ये कबूला कि पाकिस्तान-भारत में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देता है. साथ ही पाकिस्तान की जमीन का इस्तेमाल लॉन्च पैड के तौर पर किया जाता है.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने हाल में माना कि कई दशकों से पाकिस्तान ने आतंकवाद को समर्थन किया. इससे पहले पाक के तत्कालीन पीएम नवाज शरीफ ने माना था कि 26/11 मुंबई हमलों में पाकिस्तान का हाथ था. मुशर्रफ ने भी आतंकवादी ट्रेनिंग कैंपों की बात स्वीकार की थी.
हाल ही में कश्मीर से लौटे महाराष्ट्र के जालना शहर के एक युवक ने दावा किया है कि पहलगाम आतंकी मामले के संदिग्ध हमलावरों में से एक ने नरसंहार से एक दिन पहले उससे बात की थी. 21 अप्रैल को बैसरन घाटी में एक फूड स्टॉल पर एक व्यक्ति से अपनी बातचीत को याद करते हुए आदर्श राउत ने कहा, “हिंदू हो क्या. तुम कश्मीर के नागरिक नहीं नजर आते हो.”
(सोर्स: PTI)
भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "यूएन प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस का फोन आया. पहलगाम में हुए आतंकी हमले की उनकी साफ निंदा की सराहना करता हूं. जवाबदेही की अहमियत पर सहमत हूं. भारत इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि इस हमले के अपराधियों, योजनाकारों और समर्थकों को न्याय के कटघरे में लाया जाए."
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के सख्त रुख से पाकिस्तान घबरा गया है और अब बौखलाहट में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भी सीजफायरिंग करने लगा है. इससे पहले पांच दिन से पाकिस्तान नियंत्रण रेखा (LoC) पर सीजफायर का उल्लंघन करते आ रहा था. मंगलवार-बुधवार की रात पाकिस्तानी चौकियों से गोलियों की गूंज सुनाई दी. हालांकि, भारत ने मोर्चा संभाला और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है.
पाकिस्तान द्वारा किए गए सीजफायर उल्लंघन के बाद LOC के कई सेक्टरों में गतिविधियां तेज हो गई हैं. भारतीय सेना ने स्थिति पर कड़ी नजर रखी हुई है और सीमावर्ती क्षेत्रों में ऑपरेशनल अलर्ट जारी कर दिया गया है. दरअसल, पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत सरकार एक्शन मोड में है और पाकिस्तान पर सख्त फैसले ले रही है. इस बीच, नियंत्रण रेखा पर तनाव बढ़ता जा रहा है.
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प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में 11 बजे होने वाली कैबिनेट सुरक्षा कमेटी (CCS) मीटिंग के लिए राजनेताओं का पहुंचना शुरू हो गया है. गृहमंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह सहित कई मंत्री कैबिनेट की बैठक के लिए पीएम आवास पहुंच चुके हैं.
(इनपुट- हिमांशु मिश्रा)
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पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का अमेरिका के लिए डर्टी वर्क करने के बयान पर विवाद जारी है. इस बीच जब प्रेस ब्रीफिंग के दौरान अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता से इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने इसे टाल दिया.
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के बयान से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा, "मौजूदा मामले पर विदेश मंत्री मार्को रुबियो भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के विदेश मंत्रियों से बात करेंगे. हम इस सेक्टर में हुए घटनाक्रमों पर नजर रखे हुए है. हम विभिन्न स्तरों पर भारत और पाकिस्तान की सरकारों के संपर्क में है."
उन्होंने आगे कहा कि हम सभी पक्षों से इसका समाधान निकालने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं. पूरी दुनिया हमें देख रही है लेकिन इस संबंध में मेरे पास और कोई अतिरिक्त जानकारी नहीं है.
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29-30 अप्रैल की रात में पाकिस्तान ने जम्मू और कश्मीर के नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर सेक्टर पर नियंत्रण रेखा के पार गोलीबारी की. पाकिस्तानी सेना की चौकियों ने बिना उकसावे के छोटे हथियारों से यह गोलीबारी की है. भारतीय सेना ने अब तक आर्टिलरी गन और एयर डिफेंस गन का इस्तेमाल नहीं किया है, क्योंकि पाकिस्तान की ओर से सिर्फ छोटे हथियारों से फायरिंग की जा रही है.
इसके अलावा, बारामुल्ला और कुपवाड़ा जिलों में नियंत्रण रेखा के पार और परगवाल सेक्टर में भी अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पार पाकिस्तान सेना की चौकियों से बिना उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की सूचना मिली है. भारतीय सेना के जवानों ने तेजी से मोर्चा संभाला और जवाबी फायरिंग की.
पूरे कश्मीर में LoC की लंबाई 343.9 किलोमीटर है, जबकि जम्मू क्षेत्र में 224.5 किलोमीटर की सीमा LoC के अंतर्गत आती है.
इससे पहले मंगलवार देर शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनएसए अजीत डोभाल, सीडीएस अनिल चौहान और तीनों सेना प्रमुखों के साथ डेढ़ घंटे तक हाईलेवल मीटिंग की. सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के लिए तीनों सेना को खुली छूट दे दी है. तीनों सेनाएं जैसे चाहे, वैसे देश के दुश्मनों को जवाब दे सकती है. मतलब यही है कि अब दहशतगर्दों और उनके आकाओं के खिलाफ निर्णायक लड़ाई का वक्त है. लेकिन भारत क्या करेगा, इसके संकेत पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दे चुके हैं.
पहलगाम आतंकी हमले के गुनहगारों की उलटी गिनती शुरू हो गई है. भारत के इरादे साफ हैं. आतंक और आतंकी दोनों को जड़ों से सफाया किया जाएगा. मोदी सरकार ने सेना को खुली छूट दे दी है और अब फैसलों पर फाइनल मुहर का वक्त आ गया है. बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार बड़ी बैठकें करने जा रहे हैं और ये बैठकें पाकिस्तान को लेकर बेहद अहम मानी जा रही हैं. इन बैठकों पर पूरे देश की नजर है.
प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में बुधवार सुबह 11 बजे सबसे पहले कैबिनेट सुरक्षा कमेटी (CCS) की बैठक होगी. उसके बाद पीएम की अध्यक्षता में CCPA ( Cabinet Committee on Political Affairs) की अहम बैठक होगी. तीसरी बड़ी मीटिंग कैबिनेट की आर्थिक मामलों की कमेटी (CCEA) की होगी. उसके बाद आखिरी में कैबिनेट की बैठक होगी. पहलगाम हमले के बाद कैबिनेट की यह पहली बैठक होगी. इसी बैठक में उन प्रस्ताव और फैसलों पर मुहर लगेगी, जिन पर लंबे मंथन के बाद सहमति बनेगी.