अगले 25 साल भारत के अमृत काल, पीएम मोदी ने बताया क्या हैं इसके लिए देश के संकल्प

स्वतंत्रता दिवस समारोह के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से कहा कि देश की आजादी के 75 वर्ष को एक समारोह तक सीमित नहीं करना है. एक नए संकल्प के साथ 25 वर्ष में आगे बढ़ना है. अमृत काल में हमें आजादी के 100 साल को गौरवपूर्ण तरीके से आगे ले जाना है.

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लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन (तस्वीर-PTI) लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन (तस्वीर-PTI)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 15 अगस्त 2021,
  • अपडेटेड 1:20 PM IST
  • पीएम मोदी ने स्वतंत्रता सेनानियों को किया याद
  • अमृतकाल के लिए पीएम मोदी ने तय किया लक्ष्य
  • भारत नए संकल्पों पर पूरा करेगा अमृतकाल

प्रधानमंत्री (Prime Minister) नरेंद्र मोदी ने देश के 75वें स्वतंत्रता (75th Independence Day) दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया. उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत में  देश के स्वतंत्रता सेनानियों और वीरांगनाओं का नमन किया. साथ ही भविष्य में देश के संकल्प को विस्तार से बताया.

उन्होंने कहा कि आजादी के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर करने वाले शहीदों, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, शहीद भगत सिंह, रानी लक्ष्मीबाई, देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू, सरदार बल्लभ भाई पटेल, बाबा साहेब को देश आज याद कर रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि इन लोगों के अलावा देश को आगे बढ़ाने में योगदान देने वाले सभी लोगों का अभिनंदन करता हूं.

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पदकवीरों का ताली बजाकर सम्मान

पीएम मोदी ने कोरोना को बड़ी त्रासदी बताते हुए कहा कि इससे मुकाबला करने में अहम योगदान देने वाले डॉक्टरों, नर्सेज, पारा मेडिकल स्टाफ, सफाईकर्मी समेत पल-पल जनसेवा में समर्पित करने वाले अभिनंदन के भागीदार हैं. उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी भी सम्मान के हकदार हैं. इस मौके पर टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने वाले पदकवीरों के लिए वहां मौजूद लोगों से ताली बजवाकर सम्मान कराया. 

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उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा आता है कि देश खुद को नए सिरे से परिभाषित करता है.भारत की विकास यात्रा में भी वो समय आ गया है. देश की आजादी के 75 वर्ष को एक समारोह तक सीमित नहीं करना है. एक नए संकल्प के साथ 25 वर्ष में आगे बढ़ना है. अमृत काल में हमें आजादी के 100 साल को गौरवपूर्ण तरीके से आगे ले जाना है. अमृत काल का लक्ष्य है भारत में सुविधाएं की भरमार हो. शहर और गांव को बांटने वाली नीति नहीं हो. 

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अमृत काल 25 वर्ष का है लेकिन हमें लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए इंतजार नहीं करना है. एक पल भी नहीं गंवाना है. हमारे देश को बदलना होगा. हमें अपने आप को भी बदलना होगा. बदलते हुए युग के अनुरूप ढालना होगा.

'देश के संकल्प का हो रहा है विस्तार'

पीएम ने देश के संकल्प को विस्तार से बताते हुए कहा, ''भारत को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण में होलिस्टिक अप्रोच अपनाने की भी जरूरत है. भारत आने वाले कुछ ही समय में प्रधानमंत्री गतिशक्ति- नेशनल मास्टर प्लान को लॉन्च करने जा रहा है. देश ने संकल्प लिया है कि आजादी के अमृत महोत्सव के 75 सप्ताह में 75 वंदेभारत ट्रेनें देश के हर कोने को आपस में जोड़ेंगीं. आज जिस गति से देश में नए एयरपोर्ट का निर्माण हो रहा है, उड़ान योजना दूर-दराज के इलाकों को जोड़ रही है, वो भी अभूतपूर्व है.'' 

सरकार तैयार करेगी ई कॉमर्स प्लेटफॉर्म

उन्होंने कहा कि देश के 80 प्रतिशत से ज्यादा किसान ऐसे हैं, जिनके पास 2 हेक्टेयर से भी कम जमीन है. पहले जो देश में नीतियां बनीं, उनमें इन छोटे किसानों पर जितना ध्यान केंद्रित करना था, वो रह गया. अब इन्हीं छोटे किसानों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिए जा रहे हैं. छोटा किसान बने देश की शान, ये हमारा सपना है. आने वाले वर्षों में हमें देश के छोटे किसानों की सामूहिक शक्ति को और बढ़ाना होगा. उन्हें नई सुविधाएं देनी होंगी. गांव में जो हमारी सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी 8 करोड़ से अधिक बहनें हैं, वो एक से बढ़कर एक प्रॉडक्ट्स बनाती हैं. इनके प्रॉडक्ट्स को देश में और विदेश में बड़ा बाजार मिले, इसके लिए अब सरकार ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म तैयार करेगी. 

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गांवों तक पहुंच रहा है ऑप्टिकल फाइबर का नेटवर्क 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज हम अपने गांवों को तेजी से परिवर्तित होते देख रहे हैं. बीते कुछ वर्षों में गांवों तक सड़क और बिजली जैसी सुविधाओं को पहुंचाते रहे हैं. अब गांवों तक ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क, डेटा की ताकत पहुंच रही है, इंटरनेट पहुंच रहा है. देश के जिन ज़िलों के लिए ये माना गया था कि ये पीछे रह गए, हमने उनकी आकांक्षाओं को भी जगाया है. देश मे 110 से अधिक आकांक्षी ज़िलों में शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, सड़क, रोज़गार, से जुड़ी योजनाओं को प्राथमिकता दी जा रही है.

 

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