स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन बोले- भारत हर्ड इम्यूनिटी से बहुत दूर, कोरोना से बचाव में सावधानी जरूरी

स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने सीरो सर्वे की दूसरी रिपोर्ट का हवाला देते हुए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है. उन्होंने सीरो सर्वे की दूसरी रिपोर्ट के हवाले से कहा कि भारत की जनसंख्या अभी हर्ड इम्यूनिटी से बहुत दूर है.

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन (फोटो-PTI) केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन (फोटो-PTI)

मिलन शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 28 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 9:01 AM IST
  • भारतीय आबादी अभी हर्ड इम्यूनिटी से बहुत दूर
  • स्वास्थ्य मंत्री ने सावधानी बरतने की सलाह दी
  • 'कार रोकर लोगों से मास्क पहहने को कहता हूं'

दुनियाभर में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने लिए वैक्सीन बनाने की प्रक्रिया जारी है. इस बीच, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) की एक रिपोर्ट के हवाले से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा है कि भारतीय आबादी अभी हर्ड इम्यूनिटी से बहुत दूर है.

असल में, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को सीरो सर्वे की दूसरी रिपोर्ट का हवाला देते हुए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी. उन्होंने सीरो सर्वे की दूसरी रिपोर्ट के हवाले से कहा कि भारत की जनसंख्या अभी हर्ड इम्यूनिटी से बहुत दूर है. हमें कोरोना वायरस को लेकर सुस्त नहीं होना चाहिए बल्कि गंभीरता के साथ कोरोना को लेकर नियमों का पालन करना चाहिए. उन्होंने धार्मिक स्थलों पर भी मास्क के साथ जाने पर जोर दिया. 

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अपने सोशल मीडिया फॉलोवर के साथ बातचीत में स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि ICMR के दूसरे सीरो सर्वे से जो संकेत मिले हैं उसके अनुसार देश में अभी हर्ड इम्युनिटी विकसित नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि कोरोना से लोगों के दोबारा संक्रमित होने की रिपोर्टों पर ICMR सक्रिय रूप से काम कर रहा है. हालांकि इस समय ऐसे मामलों की संख्या नगण्य है. सरकार पूरी तरह से ऐसे मामलों से निपटने में सक्षम है.

मई में जारी पहली सीरो सर्वे की रिपोर्ट से कोरोना वायरस का देशभर में प्रसार सिर्फ 0.73 फीसदी होने का पता चला था. स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी बयान के मुताबिक हर्षवर्धन ने आगाह किया कि सीरो-सर्वे रिपोर्ट से लोगों में आत्मतुष्टि का भाव पैदा नहीं होना चाहिए. 

सोशल मीडिया पर अपने 'संडे संवाद' में स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, 'आईसीएमआर के दूसरे सीरो सर्वे से जो संकेत मिल रहे हैं उसके मुताबिक देश में अभी हर्ड इम्युनिटी विकसित नहीं हुई है. लिहाजा, कोरोना को लेकर आवश्यक है कि हम सभी पर्याप्त सावधानी बरतना जारी रखें.'

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स्कूल खोलने पर आशंका को किया दूर
 
स्वास्थ्य मंत्री ने स्कूलों के चरणबद्ध तरीके से खोले जाने को लेकर जताई जा रही आशंकाओं को दूर करने की कोशिश की. उन्होंने  सैलून और स्पा में सतर्क रहने को कहा. हमें अभी कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जारी दिशानिर्देशों का ठीक ढंग से पालन करना चाहिए. उन्होंने बताया कि वह मास्क नहीं पहनने वालों को कार रोक कर मास्क पहनने की सलाह देते हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि अगर पूजा स्थल पर जा रहे हैं तो वहां भी जरूर मास्क पहनें. मंत्री ने कहा कि महामारी से तभी लड़ा जा सकता है जब सरकार और समाज दोनों मिलकर लड़ें.

प्लाज्मा थेरेपी की सोच समझकर इस्तेमाल की सलाह

कोरोना मरीजों के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी और रेमडेसिविर दवा के इस्तेमाल पर हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार इसका सोच समझकर प्रयोग करने की सलाह दे रही है. प्राइवेट हॉस्पिटल को भी नियमित रूप से इस थेरेपी का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी गई है. दिल्ली एम्स ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के डॉक्टरों को वेबिनार के जरिये इस बारे में पर्याप्त जानकारी मुहैया कराई है.

किसे कहते हैं हर्ड इम्युनिटी

हर्ड इम्युनिटी एक सामुहिक रोग प्रतिरोधक क्षमता है. इस प्रक्रिया में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाती है. यह प्रतिरोधक क्षमता व्यक्ति में वायरस के संपर्क में आने से भी विकसित हो सकती या फिर वैक्सीन से विकसित हो सकती है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि कुल आबादी में 75 प्रतिशत लोगों में यह रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाती है तो हर्ड इम्युनिटी माना जाता है. फिर चार में से तीन लोग संक्रमित शख्स से मिलेंगे तो उन्हें न तो ये संक्रामक बीमारी होगी और न ही वे इसे प्रसारित कर सकेंगे.

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