विपक्ष के आरोपों से आहत होकर सभापति की कुर्सी से उठकर चले गए जगदीप धनखड़

विनेश फोगाट के ओलंपिक से बाहर होने को लेकर आज राज्यसभा में जबरदस्त हंगामा हुआ है. दरअसल विपक्ष के नेता खड़गे ने राज्यसभा में इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की, लेकिन सभापति ने इसकी अनुमति नहीं दी. जब टीएमसी सांसद डेरेक ओब्रायन ने अपनी आवाज उठाने की कोशिश की, तो सभापति ने चेतावनी दी.

Advertisement
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 08 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 12:22 PM IST

विनेश फोगाट के ओलंपिक से बाहर होने को लेकर आज राज्यसभा में जबरदस्त हंगामा हुआ है. दरअसल विपक्ष के नेता खड़गे ने राज्यसभा में इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की, लेकिन सभापति ने इसकी अनुमति नहीं दी. जब टीएमसी सांसद डेरेक ओब्रायन ने मुद्दे को लेकर बात करनी चाही तो सभापति जगदीप धनखड़ ने उन्हें चेतावनी दी. सभापति ने कहा कि अगर उन्होंने यही हरकत दोहराई, तो उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा.

Advertisement

सभापति ने कहा, 'पूरा देश विनेश के लिए दुखी है, हर कोई दुखी है. इसका राजनीतिकरण मत करो. हम उसे वह सब कुछ देंगे जो पदक विजेता को मिलना चाहिए. हम उसे पूरी सहायता देंगे.लेकिन आप सभी से आग्रह है कि इसका राजनीतिकरण मत करो.'  इस पर विपक्षी कांग्रेस-टीएमसी और अन्य ने सदन से वॉकआउट कर दिया.'

इसके बाद सभापति धनखड़ नाराज हो गए और उन्होंने कहा, 'माननीय सदस्यगण, इस पवित्र सदन को अराजकता का केंद्र बनाना, भारतीय प्रजातंत्र के ऊपर कुठाराघात करना, अध्यक्ष की गरिमा को धूमिल करना, शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण माहौल पैदा करना, ये अमर्यादित आचरण नहीं है, बल्कि ये हर सीमा को लांघित करने वाला आचरण है.'

यह भी पढ़ें: 'कटाक्ष समझ गया हूं, मर्यादित आचरण करिए', जब विपक्ष के नेता खड़गे पर भड़के जगदीप धनखड़

उन्होंने आगे कहा, 'ये सदन इस समय देश की रूलिंग के पार्टी के अध्यक्ष को यहां देख रही है. ये सदन इस समय प्रतिपक्ष दल के राष्ट्रीय के अध्यक्ष की भी उपस्थिति देख रही है.  कांग्रेस की वरिष्ठतम नेता भी इस सदन की सदस्य हैं, जो मैं हाल के दिनों में देख रहा हूं और जिस तरह से चुनौती शब्दों से, पत्र के माध्यम से, अखबार के माध्यम द्वारा... कितनी गलत टिप्पणी की है मैंने देखा है. मेरे को यह चुनौती नहीं दी जा रही है, यह चुनौती सभापति के पद को दी जा रही है. ये चुनौती  इसलिए दी जा रही है कि जो व्यक्ति इस पद पर बैठा है वो इसके लायक नहीं है, ऐसा ये लोग सोचते हैं.'

Advertisement

मैं भाग नहीं रहा हूं- धनखड़

धनखड़ ने आगे कहा, 'सदन की गरिमा को कम मत करिए .. अमर्यादित आचरण मत अपनाइए .. जयराम रमेश हंसिए मत .. आपकी आदतें मुझे पता है .. कुछ सांसद गलत टिप्पणी करते है .. मुझे हाउस का समर्थन जितना चाहिए था उतना नहीं मिला है. मैंने प्रयास में कोई कमी नहीं की. अब मेरे पास एक ही विकल्प है कि मैं अपनी शपथ से दूर नहीं भाग रहा हूं. मैंने आज जो देखा है, सदस्य ने जिस तरह का व्यवहार किया, शारीरिक रूप से किया है, जिस तरह का व्यवहार इधर से भी हुआ है. मैं कुछ समय के लिए अपने आप को यहां बैठने में सक्षम नहीं पा रहा हूं.'

यह भी पढ़ें: '...तो आप बहुत लंबे समय के लिए सदन से बाहर हो सकते हैं', राज्यसभा में सुरजेवाला पर क्यों भड़के सभापति? 

इससे पहले राज्यसभा में विनेश फोगट पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा, "पूरा देश विनेश फोगट के साथ खड़ा है.  प्रधानमंत्री ने कल उन्हें "चैंपियन ऑफ चैंपियंस" कहा और प्रधानमंत्री की आवाज 140 करोड़ लोगों की आवाज है. दुर्भाग्य से, हम इसे सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बांट रहे हैं. दुर्भाग्य से, विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है जिस पर वे चर्चा करना चाहते हों और जिसके लिए सत्ता पक्ष तैयार हो....मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि भारत सरकार, खेल मंत्रालय और आईओसी ने सभी मंचों पर समाधान की कोशिश की..."

Advertisement

वहीं विनेश फोगाट के मुद्दे पर सदन में बोले हुए कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कहा,  'अगर मोदी जी यूक्रेन की लड़ाई रूकवा सकते है .. तो आप विनेश फोगाट को न्याय दिलवाइए .. मैं पूछना चाहता हूं हरियाणा सीएम से कि वो पैसे देने की बात कर रहे है .. आखिर कितने पैसे चाहिए सीएम को ? कल खेल मंत्री पैसे गिना रहे थे संसद में .. जनता आपको पैसे दे देगी .. लेकिन विनेश को न्याय तो दिलवाइए.'

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement