गुवाहाटी: GMCH में बड़ी लापरवाही, फोटोथेरेपी बेड से गिरकर 15 दिन के नवजात की मौत

गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बड़ी लापरवाही से 15 दिन के नवजात की फोटोथेरेपी बेड से गिरकर मौत हो गई। बच्चा पीलिया का इलाज ले रहा था. सुबह स्टाफ ने दो शिशुओं को बिस्तर से गिरा पाया, जिनमें एक को बचाया नहीं जा सका. घटना पर जांच समिति गठित की गई है. अस्पताल प्रशासन ने परिजनों को पूरी जांच और कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है.

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अस्पताल में फोटोथेरेपी बेड से गिरकर 15 दिन के नवजात की मौत (Photo: ITG) अस्पताल में फोटोथेरेपी बेड से गिरकर 15 दिन के नवजात की मौत (Photo: ITG)

aajtak.in

  • गुवाहाटी,
  • 19 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 12:49 PM IST

असम में गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) में सोमवार सुबह एक दुखद घटना ने शहर को झकझोर कर रख दिया है. यहां नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (एनआईसीयू) में भर्ती एक 15 दिन के नवजात शिशु की कथित तौर पर फोटोथेरेपी बेड से गिरने के बाद सोमवार सुबह मौत हो गई.

नूनमाटी निवासी स्मिता डेका के बच्चे का पीलिया का इलाज चल रहा था. जीएमसीएच के प्राचार्य डॉ. अच्युत चंद्र बैश्य ने पुष्टि की कि सुबह-सुबह जांच के दौरान, कर्मचारियों ने पाया कि दो शिशु अपने बिस्तर से गिर गए थे. उनमें से एक फोटोथेरेपी बेड से लटका हुआ पाया गया और तत्काल चिकित्सा प्रयासों के बावजूद उसे होश में नहीं लाया जा सका.

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डॉ. बैश्य ने संवाददाताओं को बताया, 'बच्चे का जन्म 15 दिन पहले हुआ था और वह पीलिया के लिए फोटोथेरेपी ले रहा था. सुबह लगभग 5:30 बजे, एक मां ने बताया कि बच्चा गिर गया है. हमने तुरंत शिशु को होश में लाने की कोशिश की, लेकिन उसे बचा नहीं सके.' उन्होंने आगे कहा कि इस अभूतपूर्व घटना की जांच के लिए एक वरिष्ठ स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया है.

हादसे के समय, 21 से ज़्यादा नवजात शिशु एनआईसीयू में भर्ती थे. डॉ. बैश्य ने कहा, 'हमने बच्चों के माता-पिता से बात की है और उन्हें पूरी जांच का आश्वासन दिया है. हमारे अस्पताल में हर महीने 700 से ज्यादा बच्चे पैदा होते हैं, और ऐसी घटना बेहद दुर्लभ है.'एक प्रत्यक्षदर्शी ने दावा किया,'मैंने सुना है कि एक बच्चा बिस्तर से लटका हुआ था. डॉक्टरों को रात में ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए थी.'

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अस्पताल प्रशासन ने जांच रिपोर्ट आने के बाद कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है.

Input: सारस्वत कश्यप

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