Morbi Bridge Collapse Update: गुजरात के मोरबी में रविवार शाम बड़ा हादसा हो गया. यहां के मच्छु नदी में बना केबल ब्रिज अचानक टूट जाने से कई लोग नदी में गिर गए. इस हादसे में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त पुल पर 400 से ज्यादा लोग मौजूद थे. ये लोग रविवार की छुट्टी होने पर ब्रिज पर घूमने पहुंचे थे. रेस्क्यू के लिए सेना, नेवी, एयरफोर्स एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, एसडीआरएफ की टीमें जुटी हुई हैं. अब तक 177 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है. हादसे में राजकोट से बीजेपी सांसद मोहनभाई कल्याणजी कुंदारिया के 12 रिश्तेदारों की भी मौत हो गई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में गुजरात में सोमवार शाम मोरबी हादसे पर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक हुई. इस दौरान प्रधानमंत्री को बचाव और राहत कार्यों की जानकारी दी गई. उन्होंने प्रभावित लोगों को हर संभव मदद करने के निर्देश दिए. बता दें कि कल पीएम मोदी के घटनास्थल पर जाने की संभावना है. बैठक में हादसे से जुड़े सभी पहलुओं पर चर्चा की गई. बैठक में गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल, गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, गुजरात के मुख्य सचिव और डीजीपी सहित राज्य के गृह विभाग और गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सहित अन्य शीर्ष अधिकारी शामिल रहे.
मोरबी हादसे में 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जिन 9 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. उनमें ओरेवा कंपनी का मैनेजर दीपक भाई नवीनचंद्र भाई पारेख (44), एक और मैनेजर नवीन भाई मनसुख भाई दवे, टिकट क्लर्क मनसुख भाई वालजी भाई टोपिया(59), एक और टिकट क्लर्क मदनभाई लाखा भाई सोलंकी, ब्रिज रिपेयरिंग कॉन्ट्रेक्टर प्रकाशभाई लालजी भाई परमार और एक और कॉन्ट्रेक्टर देवांग भाई लालजी भाई परमार (31) शामिल हैं. इसके अलावा 3 सिक्योरिटी गार्ड्स को भी अरेस्ट किया गया है.
मोरबी हादसे में 134 लोगों की मौत के बाद अब पुलिस एक्शन में आ गई है. हादसे के बाद 9 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुजरात के मोरबी में हुए हादसे वाले जगह पर पहुंचे. उन्होंने घटना की जांच हाई कोर्ट के न्यायाधीश की अध्यक्षता में कराने की मांग की. गहलोत ने कहा कि दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए.
मोरबी में रेस्क्यू अभियान में लगी टीमों को भूखा प्यासा ना रहना पड़े इसका ख्याल रखते हुए स्थानीय लोगों और अलग-अलग समाज के लोगों ने मदद का हाथ आगे बढ़ाया. मोरबी के लोगों ने प्रशासन और रेस्क्यू अभियान से जुड़े लोगों के खाने-पीने और नाश्ते की पूरी व्यवस्था की.
मोरबी की घटना पर राहुल गांधी ने कहा कि वे इस घटना को लेकर किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराएंगे. राहुल गांधी ने कहा कि मोरबी में लोगों की जान गई है. ऐसे में वे इस घटना का राजनीतिकरण नहीं करना चाहते.
मोरबी एसपी राहुल त्रिपाठी ने बताया कि मैनेजमेंट के कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.
पीएम मोदी कल दोपहर को मोरबी जाएंगे. मोरबी ब्रिज हादसे में अब तक 134 लोगों की मौत हो चुकी है.
मोरबी घटना के लिए बनाई गई एसआईटी टीम ने जांच शुरू की. एसआईटी की टीम, फॉरेंसिक एक्सपर्ट के साथ घटनास्थल पर पहुंची है.
गुजरात के मोरबी में ब्रिज हादसे का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. इसमें देखा जा सकता है कि लोग ब्रिज पर सेल्फी लेते और मौज मस्ती करते नजर आ रहे हैं. तभी कुछ ही सेकंड में ब्रिज गिर जाता है और सैकड़ों लोग नदी में समा जाते हैं.
देखें हादसे का वीडियो : 35 सेकंड का Video, 13वें सेकंड में त्रासदी... मोरबी में ऐसे नदी में गिरा पुल
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि इस ब्रिज को ठीक करने के बाद इसका उद्घाटन हुआ और मरम्मत के बाद ही ब्रिज गिर गया इसके पीछे क्या कारण है? इसकी जांच हो. साथ ही इतने लोगों के एक साथ एक समय में ब्रिज पर उपस्थिति का कारण क्या था इसका भी पता लगाया जाए. मृतकों के परिवार को जल्द सरकार की ओर से राहत मिलना चाहिए, घायलों को राहत दी जानी चाहिए. कांग्रेस पार्टी के कई नेता घटनास्थल पर पहुंचे और अशोक गहलोत भी घटनास्थल पर पहुंचे रहे हैं, हम अभी इस पर किसी तरह की राजनीति नहीं करना चाहते हैं.
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि गुजरात के मोरबी में हुए हृदयविदारक पुल हादसे के कारण आज 31 अक्टूबर को कांग्रेस पार्टी की गुजरात में होने वाली परिवर्तन संकल्प यात्रा स्थगित कर दी गई है. आज का मेरा गुजरात दौरा स्थगित कर दिया गया है.
मोरबी हादसे के चलते दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने सारे कार्यक्रम रद्द किए. अरविंद केजरीवाल को हरियाणा के आदमपुर में उपचुनाव के चलते रोड शो करना था.
मोरबी हादसे को लेकर रखरखाव करने वाली एजेंसी के खिलाफ 304, 308 और 114 के तहत क्रिमिनल केस दर्ज किया गया है, आज से ही जांच शुरू की गई है.
गृह मंत्री अमित शाह ने दुख जताते हुए कहा कि गुजरात के मोरबी में हादसे में कि जो जान गई हैं वह दुर्भाग्यपूर्ण है. हादसे में जान गंवाने वाले सभी लोगों के परिवारजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और सभी मृतकों के प्रति प्रार्थना करता हूं कि इनकी आत्मा को चिर शांति मिले.
गुजरात के गृहमंत्री हर्ष संघवी ने कहा, मोरबी में अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है. कल शाम 6.30 बजे झूलता हुआ पुल टूट गया. रविवार को यहां लोग परिवार के साथ घूमने आए थे. तभी ये हादसा हो गया. इसके बाद फायर ब्रिगेड की टीम, एंबुलेंस, प्रशासन, डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंच गई. स्थानीय लोगों ने भी रेस्क्यू में मदद की. इसके बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और आसपास का प्रशासन भी मौके पर पहुंचा. पूरी रात रेस्क्यू अभियान चला. कैसे मृतकों के परिजनों को घायलों को मदद पहुंचाई जाए, इसके लिए काम किया गया. आर्मी, नेवी, एयरफोर्स, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमों ने रातभर रेस्क्यू काम किया. रेस्क्यू अभियान का निरीक्षण पीएम मोदी और सीएम ने किया. गृह मंत्री अमित शाह ने भी पूरी रात रेस्क्यू अभियान की जानकारी ली और मदद पहुंचाने का काम किया. हादसे में अभी तक 132 लोगों की मौत हुई है.
रेस्क्यू के लिए सेना, नेवी, एयरफोर्स एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, एसडीआरएफ की टीमें जुटी हुई हैं. अब तक 177 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है. भारतीय सेना के मेजर गौरव ने बताया, बचाव कार्य जारी है. रात करीब तीन बजे भारतीय सेना यहां पहुंच गई थी. हम शवों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं. एनडीआरएफ की टीमें भी बचाव अभियान चला रही हैं.
- हादसे में अब तक 141 लोगों की मौत हो गई है.
- 177 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है.
- 19 लोगों का इलाज चल रहा है. 3 लोगों को राजकोट में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
- मोरबी सिविल अस्पताल में अन्य अस्पतालों से करीब 40 डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंची है.
- मौके पर करीब 30 एंबुलेंस को तैनात किया गया है.
- एनडीआरएफ की 5 टीमों में करीब 110 सदस्य रेस्क्यू में जुटे हैं.
- जामनगर एसडीआरएफ की 2, वड़ोदरा और गोंधाल की 3-3 टुकड़ियां रेस्क्यू में जुटी हैं.
- रेस्क्यू के लिए 20 बोट तैनात की गई हैं.
केबल ब्रिज 100 साल से ज्यादा पुराना बताया जा रहा है. यह ब्रिटिश शासन के दौरान बनाया गया था. राजा-महाराजाओं के समय का यह पुल ऋषिकेश के राम-झूला और लक्ष्मण झूला पुल कि तरह झूलता हुआ सा नजर आता था, इसलिए इसे झूलता पुल भी कहते थे. इसे गुजराती नव वर्ष पर महज 5 दिन पहले ही रिनोवेशन के बाद चालू किया गया था. रिनोवेशन के बाद भी इतना बड़ा हादसा होने पर अब कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. बताया जा रहा है कि फिटनेस सर्टिफिकेट लिए बिना ही ब्रिज को शुरू कर दिया गया था. ब्रिज पर घूमने आए लोगों को 17 रुपए का टिकट खरीदना होता था. वहीं, बच्चों के लिए 12 रुपए का टिकट अनिवार्य था.