दिल्ली की सीमाओं पर डटे हजारों किसान, थ्री लेयर की गई सिक्योरिटी

इन सभी सीमाओं पर कम से कम 3 लेयर की सुरक्षा व्यवस्था दिखाई पड़ रही है. हाल के दिनों में यह पहली बार है जब ऐसे ट्रैक्टर ट्रॉली और ट्रकों में भर-भरकर किसान पड़ोसी राज्यों से दिल्ली तक आ गए हैं. किसानों को रोकना इतना आसान भी नहीं है. इसी के मद्देनजर सुरक्षा की व्यवस्था भी असाधारण की गई है.

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कृषि कानून के विरोध प्रदर्शन के दौरान किसान.(फाइल फोटो) कृषि कानून के विरोध प्रदर्शन के दौरान किसान.(फाइल फोटो)

कुमार कुणाल

  • नई दिल्ली,
  • 16 दिसंबर 2020,
  • अपडेटेड 7:36 AM IST
  • अलग-अलग सीमा पर मौजूद हैं 60 हजार किसान
  • हर सीमा पर सीमेंट के बैरिकेड लगाए गए हैं

दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर हजारों की तादाद में इस वक्त किसानों ने डेरा डाला हुआ है. लगातार किसानों की तादाद में इजाफा हो रहा है और किसानों ने आंदोलन को और तेज करने की चेतावनी दी है. हालात पर काबू पाने के लिए सुरक्षाबलों ने भी अपनी तैयारी पुख्ता कर दी है. मुख्य सीमाओं पर लेयर के हिसाब से सुरक्षा के इंतजाम को लगातार चाक-चौबंद किया जा रहा है. जिन सीमाओं पर चुनौती सबसे ज्यादा है उनमें सिंघु बॉर्डर से लेकर टिकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर शामिल हैं. 

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इन सभी सीमाओं पर कम से कम 3 लेयर की सुरक्षा व्यवस्था दिखाई पड़ रही है. हाल के दिनों में यह पहली बार है जब ऐसे ट्रैक्टर ट्रॉली और ट्रकों में भर-भरकर किसान पड़ोसी राज्यों से दिल्ली तक आ गए हैं. किसानों को रोकना इतना आसान भी नहीं है. इसी के मद्देनजर सुरक्षा की व्यवस्था भी असाधारण की गई है. हर सीमा पर सीमेंट के बैरिकेड लगाए गए हैं. कटीले तारों का भी अलग-अलग जगहों पर प्रयोग किया जा रहा है ताकि पैदल भी किसान आर-पार ना जा सके.

दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं से मिलने वाला इंटेलिजेंस इनपुट भी इस तरह के इंतजाम करने में पुलिस और सुरक्षा बलों की मदद कर रहा है. इन्हीं जानकारियों के आधार पर सुरक्षाबलों ने अलग-अलग सीमाओं पर कुल 60 हजार किसानों के होने का अनुमान जताया है. सिर्फ एक सुरक्षा बल को किसी भी बॉर्डर की पूरी सुरक्षा की जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई है. अर्धसैनिक बलों की अलग-अलग विंग अलग-अलग लेयर की सुरक्षा कर रही है.

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सुरक्षा के काम में कई सुरक्षा एजेंसियों मसलन अर्धसैनिक बलों की बात करें तो सीआईएसएफ, सीआरपीएफ, सशस्त्र सुरक्षा बल, रैपिड एक्शन फोर्स के साथ ही ITBP जवानों को भी अलग-अलग तरीके से मुस्तैद किया गया है. इन सबके अलावा सीमा के दोनों ओर वहां की स्थानीय पुलिस भी लगातार नजर बनाए रखे हुए हैं. यानी किसानों की तैयारी अपनी जगह लेकिन पुलिस और बाकी सुरक्षा एजेंसियों ने भी अपनी तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ी है.

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