पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर कहा कि मोबाइल टावरों की मरम्मत की जा सकती है, लेकिन दिल्ली बॉर्डर पर मर रहे किसानों को वापस नहीं लाया जा सकता है. भारतीय जनता पार्टी पंजाब में कानून और व्यवस्था पर झूठा प्रोपेगैंडा एक पाखंड रणनीति है.
राजस्थान की सियासत में रविवार नई तस्वीर दिखेगी. किसानों के पक्ष में और कृषि बिल के खिलाफ राज्य में रविवार को कांग्रेस सरकार और पार्टी धरने पर बैठ रही है, मगर यह धरना पार्टी की अंदरूनी सियासत की वजह से चर्चा में है. कहा जा रहा है कि पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की बगावत के बाद रविवार को पहली बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट दोनों आमने-सामने होंगे. दोनों एक साथ किसानों के मुद्दे पर जयपुर के शहीद स्मारक पर धरने पर बैठेंगे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के एक साथ धरने पर बैठने पर लोगों में चर्चा हो रही है कि क्या दोनों बड़े नेताओं के बीच पैदा हुई खाई इस धरने के बाद कम होगी.
आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रवक्ता और पार्टी के पंजाब सह-प्रभारी राघव चड्ढा इन दिनों पंजाब के दौरे पर हैं. राघव ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि किसानों ने अब बीजेपी के नेताओं को उनकी अपमानजनक टिप्पणियों के लिए लीगल नोटिस भेजना शुरू कर दिया है और आम आदमी पार्टी इसमें किसानों को कानूनी सहायता और सलाह मुहैया करा रही है. इस कड़ी में पहले 3 लीगल नोटिस किसानों द्वारा गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव राम माधव को भेजे गए हैं.
पार्टी के पंजाब सह-प्रभारी राघव चड्ढा ने कहा कि, ये वो किसान हैं जो अपना खून पसीना देकर पूरे देश के लिए दिन रात मेहनत करते हैं और देश की इकोनॉमी की रीढ़ की हड्डी की तरह हैं. अगर कोई आज इन किसानों के साथ नहीं खड़ा है, अगर आज कोई किसानों को गाली दे रहा है तो वो भारत माता को गाली देने के जैसा है. भारत माता के सच्चे सपूतों को आज हर आम आदमी के साथ की जरूरत है, आम आदमी पार्टी और हमारे राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल किसानों का साथ देकर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर रहे हैं, एक सेवादार होने का फर्ज निभा रहे हैं.
4 जनवरी को सरकार और किसानों के बीच प्रस्तावित बैठक के बारे में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि हमें उम्मीद है कि 4 जनवरी को मुद्दों पर समाधान हो जाएगा और यह आंदोलन समाप्त हो जाएगा.
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रदर्शन कर रहे किसानों की मौत पर ट्वीट कर कहा कि सर्द मौसम में दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसान भाइयों की मौत की खबरें विचलित करने वाली हैं. मीडिया खबरों के मुताबिक अभी तक 57 किसानों की जान जा चुकी है और सैकड़ों बीमार है. महीने भर से अपनी जायज मांगों के लिए बैठे किसानों की बातें न मानकर सरकार घोर असंवेदनशीलता का परिचय दे रही है.
संयुक्त किसान मोर्चा की प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान नेता बलवीर सिंह रजवाल ने सरकार पर हमला बोला. किसान नेता बलवीर सिंह रजवाल ने कहा कि सरकार जिस तरीके से दुष्प्रचार कर रही है, हमने उसे गलत साबित किया है. उन्होंने कहा कि सरकार कह रही है, हमने एक देश एक मंडी बना दी. हमने कहा कि आपने एक देश दो मंडी बना दी.
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का धरना कड़ाके की सर्दी में भी जारी है. किसान सरकार से बातचीत के पहले सख्त तेवर दिखा रहे हैं. किसानों ने साफ किया है कि उन्हें कृषि कानून वापस लिए जाने से कम मंजूर नहीं. कृषि कानून वापस लिए जाने तक आंदोलन जारी रहेगा.
कृषि कानूनों के खिलाफ गाजियाबाद में दिल्ली बॉर्डर पर किसानों के धरने में शामिल एक किसान ने फांसी लगा ली है. किसान ने धरनास्थल पर शौचालय में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि किसानों की जरूरत और उनकी इच्छा का ध्यान रखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा है कि सरकार को ये कानून लंबित रखते हुए पुनर्विचार के लिए सहमत हो जाना चाहिए.
गाजीपुर बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों के सामने बारिश और ठंड दोहरी मुश्किलें लेकर आई है. दिल्ली में आज सुबह सुबह हल्की बारिश हुई है. इससे दिल्ली-एनसीआर में ठंड बढ़ गई है.