11 साल पहले तिरुवनंतपुरम के पूवाचल से गायब हुई एक महिला और उसकी दो साल की बेटी के मामले में क्राइम ब्रांच ने बड़ा खुलासा किया है. जांच में मालूम हुआ है कि ये मामले डबल मर्डर का है. दिव्या और उसकी बच्ची गौरी की जान लेने वाला कोई और नहीं बल्कि उसका अपना हमसफर महीनकन्नू था. महीनकन्नू ने कोलाचेल के पास अलीला थुरा तट पर मां- बेटी को समुद्र में धक्का देकर उनकी हत्या कर दी थी. खुलासे के बाद मामले में क्राइम ब्रांच ने महीनकन्नू और उसकी पत्नी रुकैय्या को गिरफ्तार कर लिया है.
छुपाई थी अलग धर्म से होने और शादीशुदा होने की बात
पूवाचल के पास काम करने के दौरान मोहनकन्नू दिव्या के करीब आ गया. उसने दिव्या से इस बात को छुपाया था कि वह पहले से ही शादीशुदा था और दूसरे धर्म से ताल्लुक रखता है. दिव्या के सामने उसने अपना परिचय मनु के रूप में दिया था. कुछ समय में वे दोनों प्यार में पड़ गए और एक साथ रहने लगे.
गर्भवती हुई तो वह यूएई चला गया
इसके बाद जब दिव्या गर्भवती हुई तो वह यूएई चला गया और डेढ़ साल बाद लौटा. दिव्या को तब जाकर पता चला कि महीनकन्नू पहले से ही शादीशुदा है. महीनकन्नी की पहली पत्नी रुकैय्या को भी दिव्या के बारे में तब ही जाकर पता चला था. इसके बाद दोनों महिलाओं में बहस भी हुई थी. रुकैय्या ने महीनकन्नू दिव्या को नहीं छोड़ने पर रिश्ता खत्म करने की चेतावनी दे डाली थी.
11 साल से लापता मां- बेटी
इस सब के बाद दिव्या और उनकी बेटी 18 अगस्त, 2011 को लापता हो गईं. महीनकन्नू ने स्थानीय पुलिस की जांच में बिलकुल सहयोग नहीं किया और कहा कि वह खुद ही बच्चे को लेकर चली गई है. हालाँकि, दिव्या की बहन शरण्या ने दोनों मृतकों के लापता होने के दिन महीनकन्नू को दिव्या और बच्ची के साथ जाते देखा था. दिव्या की बहन के इस बयान ने क्राइम ब्रांच के लिए मामले को सुलझाने का रास्ता साफ कर दिया. बता दें कि खुलासे से पहले दिव्या के परिवार ने स्थानीय पुलिस पर मामले की प्रभावी ढंग से जांच नहीं करने का गंभीर आरोप भी लगाया था.
शिबिमोल