पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के सुर में सुर मिलाते हुए CPM ने भी जल्द से जल्द नगर निकाय के चुनाव कराने की मांग की है. सीपीएम के प्रदेश सचिव सूर्यकांत मिश्रा ने कहा, राज्य में जल्द नगर निकाय चुनाव कराए जाएं.
सूर्यकांत मिश्रा ने कहा, आने वाले नगर निकाय चुनाव में जिले को गठबंधन की जिम्मेदारी दी गई है. उन्होंने कहा, हर जिले को यह तय करना होगा कि किसके साथ गठबंधन में रहकर अच्छा किया जा सकता है. लेकिन सभी जिलों में वाम दलों को निर्देश दिया गया है कि एक ही वार्ड में भाजपा या तृणमूल के साथ गठबंधन ना करें.
जिला स्तर पर दी गई जिम्मेदारी
मिश्रा शनिवार को अलीपुरद्वार पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि हर जिले का नेतृत्व अपने-अपने तरीके से भाजपा और तृणमूल के विपक्षी दलों को राजनीतिक रूप से एकजुट करके नगर निकाय चुनाव में खुद को मजबूत करेगा। राज्य में 134 नगरपालिकाओं और निगमों पर लंबे वक्त से चुनाव टला हुआ है. अभी सभी नगर पालिकाओं का संचालन राज्य सरकार प्रशासन द्वारा किया जा रहा है.
विपक्षी पार्टियां लगातार राज्य सरकार से नगर निकाय चुनाव कराने की मांग कर रही हैं. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष कुछ दिन पहले अलीपुरद्वार पहुंचे थे और उन्होंने राज्य में जल्द से जल्द नगर निकाय चुनाव कराने की मांग की थी. अब इसी मांग को सीपीएम नेता सूर्यकांत मिश्रा ने भी उठाया है.
विधानपरिषद बनाने की राह पर सीएम- मिश्रा
सूर्यकांत मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विधान परिषद बनाने की राह पर हैं। लेकिन नगर निकाय चुनाव को लेकर वे चुप्पी साधे हुए हैं। वहीं, मिश्रा ने टीएमसी पर निशाना साधते हुए कहा कि ममता की पार्टी पूरे राज्य में पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर प्रदर्शन कर रही है, लेकिन सेस हटाकर लोगों को राहत नहीं दे सकती. उन्होंने कहा, अगर राज्य सरकार सेस में छूट दे दे तो ईंधन की कीमतों में कमी हो जाएगी.
सभी सेक्युलर दल एक साथ आएं
सूर्यकांत मिश्रा ने कहा, लोगों ने तृणमूल को वोट किया, क्योंकि उनके पास कोई विकल्प नहीं था. उन्होंने कहा, सभी सेक्युलर, लोकतांत्रिक दलों को एक साथ आना चाहिए और राज्य में विकल्प बनना चाहिए. मिश्रा ने कहा, इस गुट को जनता का विश्वास हासिल करना होगा. हालांकि, उन्होंने कहा, सीपीएम ने जो गठबंधन विधानसभा चुनाव में किया था, वह लोगों को पसंद नहीं आया.
मिश्रा की मीटिंग में शामिल हुए भ्रष्टाचार के आरोपी रॉबिन राय
अलीपुरद्वार में सूर्यकांत मिश्रा की अध्यक्षता में हुई बैठक में सीपीएम स्टेट एडिटोरियल बोर्ड मेंबर रॉबिन रॉय भी शामिल हुए. रॉबिन रॉय पर कथित तौर पर सीपीएम पार्टी कार्यालय की जमीन बेचने और पार्टी के वित्तीय फंड में हेराफेरी करने का आरोप लगा है. इस मामले में सीपीएम ने जांच के लिए कमेटी भी बनाई है. इसमें स्टेट सेक्रेटरी बोर्ड के दो सदस्यों को रखा गया है.
हालांकि मीटिंग में शामिल सचिव मंडली ने कहा कि रॉबिन बाबू ने मीटिंग में आरोपों पर कोई सफाई नहीं दी. वहीं, रॉबिन ने कहा, मैंने कोई सफाई नहीं दी और ना ही मैं पार्टी की बैठक के बारे में कुछ कहूंगा. बैठक के बाद सूर्यकांत मिश्रा ने भी इस मामले पर सवाल टाल दिया.
(अलीपुरद्वार से आशिम दत्ता की रिपोर्ट)
aajtak.in