भारत में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 1,421 नए मामले सामने आए हैं और 149 लोगों की मौत हुई है. वहीं देशभर में कोरोना के सक्रिय मामलों की बात करें तो ये 16,187 हैं. गौरतलब है कि इससे पहले शनिवार को देशभर में कोरोना 1,660 नए मामले दर्ज किए गए थे. इसका मतलब है कि मामलों में गिरावट देखी गई है.
पूरी तरह टला नहीं है कोरोना का खतरा
बताते चलें कि कोविड (COVID-19) की तीसरी लहर लगभग खात्मे की ओर है. तेजी से घट रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को देखकर अब लोगों में भी राहत है. लेकिन ऐसा नहीं कोरोना का खतरा टला हो. आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी दी है कि कोरोना की चौथी लहर, जून के मध्य या आखिर तक आ सकती है.
ये चेतावनी आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिकों ने एक शोध के बाद दी है. शोध में एक सांख्यिकीय मॉडल का इस्तेमाल किया गया और उसके नतीजों से पता चलता है कि अगली लहर लगभग चार महीने तक रहेगी. इस शोध के मुताबिक, जो डेटा निकलकर सामने आया है, वो इस तरफ इशारा करता है कि भारत में कोविड-19 की चौथी लहर, शुरुआती डेटा की उपलब्ध तारीख से 936 दिनों के बाद आएगी.
कोरोना का एक और नया वैरिएंट?
इधर, हाल ही में जानकारी सामने आई है कि कोरोना का एक ओर नया वैरिएंट पाया गया है, जो चौथी लहर (COVID-19 4th wave) का कारण बन सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस रिकॉम्बिनेंट वैरिएंट के बारे में कहा कि ओमिक्रॉन और डेल्टा दोनों के तेजी से फैलने के कारण ये स्थिति आनी ही थी.
कोविड-19 के इस नए वैरिएंट का नाम डेल्टाक्रॉन (Deltacron) है, जो ओमीक्रोन और डेल्टा के जुड़ने से तैयार हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, इस वैरिएंट की पहचान भारत में हो चुकी है और 7 राज्यों में मिलने वाले मरीजों को निगरानी में रखा गया है. इन राज्यों में कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और दिल्ली शामिल हैं.
aajtak.in