मल्लिकार्जुन खड़गे देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस के नए अध्यक्ष बन गए हैं. मल्लिकार्जुन खड़गे को 7897 वोट मिले. जबकि उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे शशि थरूर को 1072 वोट मिले. वहीं, 416 वोट अमान्य हो गए. कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को हुई वोटिंग में कुल 9385 डेलिगेट्स ने वोट डाले थे. कांग्रेस को 24 साल बाद गांधी परिवार से बाहर का अध्यक्ष मिला. इससे पहले सीताराम केसरी गैर गांधी अध्यक्ष रहे थे.
मल्लिकाजुर्न खड़गे ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव जीतने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा- मेरा मानना है कि देश को एक तानाशाह की सनक की भेंट नहीं चढ़ाया जा सकता. हमें इकट्ठे होकर इन विनाशकारी ताकतों को हराना है.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आजादी के 75 साल के इतिहास में कांग्रेस ने लगातार इस देश के लोकतंत्र को मजबूत किया और संविधान की रक्षा की है. आज जब लोकतंत्र खतरे में है, संविधान पर हमला बोला जा रहा है, हर संस्था को तहस-नहस किया जा रहा है, तो कांग्रेस ने देशव्यापी चुनाव कराकर लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में काम किया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मल्लिकार्जुन खड़गे को जीत के बधाई दी. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा- कांग्रेस अध्यक्ष की नई जिम्मेदारी मिलने पर मल्लिकार्जुन खड़गे को बधाई. आपका कार्यकाल अच्छा हो.
मल्लिकाजुर्न खड़गे ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव जीतने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली में बैठी केंद्र की सरकार सिर्फ बात ही करती है, काम बिल्कुल नहीं करती. उन्होंने कहा कि बीजेपी पर थोथा चना बाजे घना का मुहावरा फिट बैठता है. उन्होंने कहा कि फासिस्ट ताकतों से हमें लड़ना है नहीं तो देश तानाशाही की भेंट चढ़ सकता है. देश हमें विनाशकारी ताकतों को मिटाना है. हमें देश के लोकतंत्र को खत्म करने वालों के खिलाफ लड़ना है.
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत पर शशि थरूर ने उन्हें बधाई दी. इसके साथ ही उन्होंने कहा-'पार्टी का पुनरुद्धार आज से शुरू हो रहा है.'
सोनिया गांधी ने नवनिर्वाचित कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के घर पहुंचकर उन्हें जीत की बधाई दी. इस दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी सोनिया गांधी के साथ खड़गे से मिलने पहुंचीं.
सोनिया गांधी मल्लिकार्जुन खड़गे को बधाई देने उनके घर पहुंच गई हैं. दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव परिणाम बुधवार को घोषित कर दिए गए. मल्लिकार्जुन खड़गे बड़े अंतर से जीत गए हैं. खड़गे को 7897 वोट तो शशि थरूर को 1072 वोट मिले हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में शशि थरूर को मल्लिकार्जुन खड़गे से करार हार का सामना करना पड़ा. शशि थरूर चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद अब 4:30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. खड़गे को 7897 वोट मिले हैं, शशि थरूर को 1072 वोट मिले. जबकि 416 वोटों को रद्द कर दिया गया है.
मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के नए अध्यक्ष बन गए हैं. खड़गे को 7897 वोट मिले. वहीं, शशि थरूर को 1072 वोट मिले. जबकि 416 वोट रद्द हो गए. कुल 9385 नेताओं ने 17 अक्टूबर को वोट डाला था.
मल्लिकार्जुन खड़गे का अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है. अब तक की वोटिंग में उन्हें 8000 वोट मिले हैं. वहीं शशि थरूर को 1060 वोट मिले हैं.
चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाने वाला लेटर के लीक होने को शशि थरूर ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सीईए को लिखा एक आंतरिक पत्र मीडिया में लीक कर दिया गया. मुझे उम्मीद है कि सलमान सोज के स्पष्टीकरण से अनावश्यक विवाद खत्म हो जाएगा. यह चुनाव कांग्रेस को मजबूत करने के लिए है न कि बांटने के लिए. चलो आगे बढ़ते हैं.
कांग्रेस नेता पवन कुमार बंसल ने कहा कि जल्द ही कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव के नतीजे आएंगे. उन्होंने कहा, मैं खुश हूं कि पूरी चुनावी प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से हुई. सब कुछ अच्छे से हुआ. मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच बहुत अच्छा लोकतांत्रिक चुनाव हुआ.
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए वोटों की गिनती जारी है. इसी बीच शशि थरूर के पोलिंग एजेंट सलमान सोज ने चुनाव के दौरान हुई गड़बड़ी की लिखित शिकायत मधुसूदन मिस्त्री से की है. सलमान सोज ने तीन राज्यों पंजाब, यूपी, तेलंगाना में चुनाव में धांधली के आरोप लगाए हैं
कांग्रेस दफ्तर में अध्यक्ष पद के लिए डाले गए वोटों की गिनती जारी है. इसी बीच दफ्तर के बाहर मल्लिकार्जुन खड़गे को बधाई देने वाले पोस्टर लगने लगे हैं. (इनपुट- सुप्रिया भारद्वाज)
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में वोटों की गिनती शुरू हो गई है.
- 1977 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को करारी हार मिली थी, जिसके बाद देव कांत बरूआ ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे दे दिया था. इसके बाद के ब्रह्मानंद रेड्डी ने पार्टी अध्यक्ष के चुनाव में सिद्धार्थ शंकर रे और करण सिंह को हराया.
- 20 साल बाद 1997 में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ. इस चुनाव में सीताराम केसरी ने शरद पवार और राजेश पायलट के साथ त्रिकोणीय मुकाबले में जीत हासिल की. महाराष्ट्र और यूपी के कुछ हिस्सों को छोड़कर सभी राज्य कांग्रेस इकाइयों ने केसरी का समर्थन किया था. उन्हें 6,224 वोट मिले जबकि पवार को 882 और पायलट को महज 354 वोट मिले थे.
- 2000 में जब चुनाव हुआ तब पहला मौका था किसी ने गांधी परिवार के किसी सदस्य को चुनौती दी थी. इस चुनाव में सोनिया गांधी के खिलाफ जितेंद्र प्रसाद ने दावा ठोका था. इस चुनाव में प्रसाद को करारी हार मिली थी. सोनिया को 7,400 से ज्यादा वोट मिले थे, जबकि प्रसाद के खाते में 94 वोट पड़े थे.
- सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष पद पर सबसे लंबे समय तक काबिज रहने वाली एकमात्र नेता हैं. वह 1998 से इस पद पर हैं. हालांकि 2017 और 2019 में राहुल गांधी ने इस पद को संभाला था.
- आजादी के बाद से 40 साल नेहरू-गांधी परिवार के सदस्य ही पार्टी के शीर्ष पर रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने वाले परिवार के पांच सदस्यों में जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी शामिल हैं.
1939 में जब अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ था, तब महात्मा गांधी के उम्मीदवार पी सीतारमैया नेताजी सुभाष चंद्र बोस से हार गए थे. फिर आजादी के बाद पहली बार 1950 में पार्टी अध्यक्ष के पद के लिए चुनाव हुआ. तब पुरुषोत्तम दास टंडन और आचार्य कृपलानी का आमना-सामना हुआ. इस चुनाव में सरदार वल्लभभाई पटेल के खास माने जाने वाले टंडन ने तत्कालीन पीएम जवाहरलाल नेहरू की पसंद को पछाड़ दिया था.
AICC के स्ट्रॉन्ग रूम रखी हैं सीलबंद मतपेटियां देश भर में स्थापित 68 मतदान केंद्रों से सभी सीलबंद मतपेटियों को पार्टी मुख्यालय के स्ट्रॉन्ग रूम में पहुंचा दिया गया है. सीलबंद मतपेटियों को उम्मीदवारों के एजेंटों के सामने खोला जाएगा और मतपत्रों को मिलाया जाएगा.