सिर्फ एक हफ़्ते में 150 से ज़्यादा फ्लाइट्स को बम से उड़ाने की फर्जी धमकियां मिलीं. आजतक ने इनमें से 95 फ्लाइट्स की पहचान की और किसी इसमें छिपे हुए पैटर्न को देखने के लिए उनके रूट को ट्रैक किया. इसमें ये बात सामने आई कि इनमें से 41 फ्लाइट्स अंतरराष्ट्रीय थी जबकि बाकी घरेलू उड़ानें थीं.
इनमें से कम से कम एक दर्जन फ्लाइट्स ने हवा में उड़ते समय एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को आपातकालीन अलर्ट भेजे. फ्लाइट ट्रैकिंग साइट Flightradar24 के मुताबिक, इनमें एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, अकासा एयर, स्पाइसजेट और विस्तारा की फ्लाइट्स शामिल हैं जो मुंबई, बेंगलुरु, पुणे, जयपुर, लंदन और हांगकांग जैसे गंतव्यों के लिए जा रही थीं.
12 फ्लाइट्स में से एक को रद्द कर दिया गया, जबकि अन्य दो को अपने निर्धारित उड़ान मार्ग से हटना पड़ा. दिल्ली-बेंगलुरु आकाश एयर AKJ133E को मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर से वापस लौटना पड़ा, जबकि दिल्ली से उड़ान भरने वाली लंदन जाने वाली विस्तारा की फ्लाइट VTI017 को जर्मनी के फ्रैंकफर्ट की ओर मोड़ दिया गया.
आपातकालीन अलर्ट की पहचान स्क्वाक 7700 के रूप में की गई, जिसे पायलट यह संकेत देने के लिए रिले करते हैं कि विमान में आपातकालीन स्थिति है. यह कोड स्क्वाक कोड की एक प्रणाली का हिस्सा है, जो चार अंकों की संख्या होती है जिसे पायलट एटीसी के साथ संवाद करने के लिए विमान के ट्रांसपोंडर में इनपुट करते हैं.
दिल्ली और मुंबई से उड़ान भरने वाले विमान सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए. हमारे विश्लेषण से पता चलता है कि 15 अक्टूबर से 22 अक्टूबर के बीच राष्ट्रीय राजधानी से उड़ान भरने वाले 15 और मुंबई से उड़ान भरने वाले 14 विमानों को बम की अफवाह मिली. गोवा और हैदराबाद से उड़ान भरने वाले चार-चार विमान, अयोध्या, कोच्चि और सिंगापुर से उड़ान भरने वाले तीन-तीन विमान प्रभावित हुए.
यह विश्लेषण एयरलाइनों द्वारा जारी किए गए बयानों और मीडिया रिपोर्टों जैसे खुले स्रोतों से प्राप्त और पुष्टि किए गए डेटा पर आधारित है. एयरलाइनों में, इंडिगो और अकासा एयर सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए. इंडिगो की कम से कम 26 और अकासा की 20 फ्लाइट्स को उनके विमानों में विस्फोटकों की मौजूदगी के बारे में ज़्यादातर सोशल मीडिया और ईमेल के जरिए फर्जी संदेश भेजे गए.
विश्लेषण के अनुसार, विस्तारा 19 फ्लाइट्स के साथ तीसरी सबसे ज़्यादा प्रभावित एयरलाइन थी, उसके बाद एयर इंडिया एक्सप्रेस (11) और एयर इंडिया और स्पाइसजेट (6-6) थे.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इनमें से कई फ्लाइट्स से यात्रियों को गहन सुरक्षा जांच के लिए उतार दिया गया. सिंगापुर जाने वाले कम से कम एक विमान को सिंगापुर के लड़ाकू विमानों द्वारा आबादी वाले इलाकों से दूर ले जाया गया, उसके बाद उसे उतरने दिया गया.
नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा है कि एयरलाइनों को बम की धमकी देने वाले फर्जी कॉल को संज्ञेय अपराध माना जाएगा. नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) ने 19 अक्टूबर को नई दिल्ली में एयरलाइनों के सीईओ और प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार फर्जी कॉल करने वालों को नो-फ्लाई लिस्ट में डालने की योजना बना रही है.
शुभम तिवारी / आकाश शर्मा