'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पंजाब के गुरदासपुर जिले में करतारपुर कॉरिडोर को बुधवार को पूरे दिन के लिए बंद कर दिया गया है. यह कॉरिडोर गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे को पाकिस्तान के नरोवाल जिले में गुरुद्वारा दरबार साहिब से जोड़ता है, जो सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव का अंतिम विश्राम स्थल है.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ''बढ़ते सुरक्षा तनाव को देखते हुए करतारपुर कॉरिडोर को बुधवार के लिए बंद रखा गया है. तीर्थयात्रियों को आज गुरुद्वारा दरबार साहिब में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी.'' बुधवार सुबह कई तीर्थयात्री प्रार्थना के लिए कॉरिडोर पर पहुंचे, लेकिन उन्हें सुरक्षा कारणों से वापस लौटने को कहा गया.
करतारपुर कॉरिडोर को 9 नवंबर 2019 को गुरु नानक देव की 550वीं जयंती पर खोला गया था. यह भारत और पाकिस्तान के बीच एक वीजा-मुक्त तीर्थयात्रा मार्ग है, जो सभी धर्मों के भारतीय तीर्थयात्रियों को साल भर गुरुद्वारा दरबार साहिब की यात्रा करने की सुविधा प्रदान करता है. भारत और पाकिस्तान के बीच हुए समझौते के तहत प्रतिदिन 5000 तीर्थयात्री इस ऐतिहासिक गुरुद्वारे में मत्था टेकने के लिए पाकिस्तान जा सकते हैं.
'ऑपरेशन सिंदूर' 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक सहित 26 लोग मारे गए थे. भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार तड़के 1:44 बजे 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिनमें पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बहावलपुर (जैश-ए-मोहम्मद का गढ़) और मुरीदके (लश्कर-ए-तैयबा का अड्डा) के साथ-साथ पीओजेके के कोटली, मुजफ्फराबाद और भिंबर जैसे क्षेत्र शामिल थे.
रक्षा मंत्रालय ने कहा, ''हमारी कार्रवाई केंद्रित, नपी-तुली और गैर-उत्तेजक थी. कोई भी पाकिस्तानी सैन्य सुविधा निशाना नहीं बनी.''
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