पायलट ने बीच रनवे पर रोका प्लेन, एअर इंडिया की फ्लाइट में उड़ान से ठीक पहले मिली गड़बड़ी

हैदराबाद के शमशाबाद एयरपोर्ट पर एक बड़ा विमान हादसा होते-होते बच गया. एअर इंडिया का एक विमान हैदराबाद से मुंबई जा रही थी. तभी विमान में तकनीकी खराबी सामने आई और पायलट ने विमान को टेकऑफ से पहले ही रनवे पर रोक दिया. यात्रियों को दूसरे विमान के जरिए मुंबई भेजा गया. 

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शमशाबाद एयरपोर्ट पर टला बड़ा हादसा, एअर इंडिया की फ्लाइट रनवे पर रोकी गई (सांकेतिक तस्वीर) शमशाबाद एयरपोर्ट पर टला बड़ा हादसा, एअर इंडिया की फ्लाइट रनवे पर रोकी गई (सांकेतिक तस्वीर)

अब्दुल बशीर

  • हैदराबाद,
  • 20 जून 2025,
  • अपडेटेड 2:02 AM IST

तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के शमशाबाद स्थित राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक बड़ा विमान हादसा होते-होते टल गया. आज (शुक्रवार) को एअर इंडिया का एक विमान हैदराबाद से मुंबई जा रही थी. तभी विमान में तकनीकी खराबी सामने आई और पायलट ने विमान को टेकऑफ से पहले ही रनवे पर रोक दिया. 

पायलट की ओर से समय रहते विमान रोकने की वजह से संभावित खतरा टल गया और सभी यात्री सुरक्षित हैं. एअर इंडिया की टीम ने तत्परता दिखाते हुए यात्रियों के लिए दूसरी विमान की व्यवस्था कराई और उससे यात्रियों को मुंबई भेजा.

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एअर इंडिया ने क्या कहा?

एअर इंडिया ने कहा कि फ्लाइट संख्या AI-2534, दोपहर 2 बजे हैदराबाद से मुंबई जाने वाली विमान में टेक्निकल खराबी आई. जिसके बाद विमान को एओजी (जमीन पर विमान) घोषित किया गया. विमान में कुल 97 यात्री सवार थे.

बाद में यात्रियों को दूसरी फ्लाइट AI-2445 से भाज गया. जो कि दोपहर के 2 बजकर 30 मिनट पर उड़ानी थी. लेकिन, 3 बजकर 5 मिनट पर मुंबई के लिए रवाना हुई. इस विमान में पहले से ही 51 यात्री सवार थे. तो विमान में कुल यात्रियों की संख्या 148 हो गई. 

अहमदाबाद में एअर इंडिया का विमान हादसा

12 जून, 2025 को अहमदाबाद से लंदन जा रही एअर इंडिया का विमान AI-171 दुर्घटना का शिकार हो गया था. शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, विमान का दोनों इंजन फेल हो गया और विमान पास में स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज के एक इमारत से जाकर टकरा गई. इस हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 लोगों की मौत हो गई. साथ ही साथ बीजे मेडिकल कॉलेज जहां विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, वहां के 22 लोग भी इस हादसे के शिकार हो गए. 

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शवों की पहचान करने के लिए डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक अम्ल (डीएनए) प्रक्रिया का इस्तेमाल किया गया. अब तक हादसे में मारे गए 231 शवों की पहचान डीएनए सैंपल के जरिए हो गई है और 210 शवों को परिजनों को सौंप दिया गया है.

इस विमान हादसे में ब्रिटिश नागरिक विश्वाशकुमार रमेश की ही जान बच सकी. रमेश का जिंदा बचना अविश्वनीय है. क्योंकि प्लेन में सवार अन्य 241 लोगों की मौत हो गई और वह बस अकेले यात्री बचे.

बता दें कि गुरुवार को एअर इंडिया ने कहा था कि वह 21 जून से 15 जुलाई के बीच प्रति सप्ताह 38 इंटरनेशनल उड़ानों में कटौती करेगा और तीन विदेशी मार्गों पर सेवाएं निलंबित करेगा.  

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