'अटकलें ना लगाएं, आखिरी रिपोर्ट का इंतजार...' Air India प्लेन क्रैश पर अमेरिका के बड़े अफसर का आया बयान

एअर इंडिया 171 हादसे को लेकर जारी शुरुआती जांच रिपोर्ट के बाद मीडिया में आई खबरों पर अमेरिकी NTSB प्रमुख और भारत की AAIB ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. दोनों एजेंसियों ने रिपोर्टिंग को जल्दबाजी और भ्रामक बताया है.

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एअर इंडिया की क्रैश रिपोर्ट पर क्या है अमेरिकी एजेंसी NTSB की राय? (Photo - ITG) एअर इंडिया की क्रैश रिपोर्ट पर क्या है अमेरिकी एजेंसी NTSB की राय? (Photo - ITG)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 19 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 1:05 PM IST

एअर इंडिया की फ्लाइट 171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद से इस त्रासदी को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं. 12 जून को अहमदाबाद में हुए इस हादसे में 260 लोगों की जान गई, जिनमें से 19 लोग जमीन पर थे. यह भारत के सबसे बड़े विमान हादसों में से एक है. हादसे के बाद सामने आई शुरुआती जांच रिपोर्ट और मीडिया रिपोर्ट्स को लेकर अब विवाद खड़ा हो गया है.

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इस पूरे मामले में अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) की प्रमुख जेनिफर होमेंडी ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया की हालिया रिपोर्टों को ‘जल्दबाजी और अनुमान पर आधारित’ बताया है. उन्होंने कहा, "एअर इंडिया 171 क्रैश पर जो खबरें आ रही हैं, वो अधूरी और जांच से पहले की अटकलें हैं. भारत की एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने केवल प्राथमिक रिपोर्ट जारी की है और इस स्तर की जांच में समय लगता है."

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एअर इंडिया की क्रैश रिपोर्ट में अलग-अलग दावे

AAIB की शुरुआती रिपोर्ट में बताया गया है कि उड़ान के दौरान फ्यूल सप्लाई अचानक बंद हो गई थी. एक पायलट ने इस पर सवाल उठाया, लेकिन दूसरे पायलट ने इससे इनकार किया. इसके आधार पर कई मीडिया रिपोर्ट्स में इसे पायलट की गलती या कॉकपिट में भ्रम की स्थिति बताया गया.

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इस बीच, भारत की AAIB ने भी मीडिया में आई कुछ रिपोर्ट्स, खासतौर से द वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट को “अधूरी और अपुष्ट” करार दिया है. ब्यूरो ने कहा, "इस तरह के बड़े हादसे से स्वाभाविक रूप से जनसामान्य में चिंता पैदा होती है, लेकिन इस समय भारत की विमानन सुरक्षा को लेकर डर या भ्रम फैलाना सही नहीं है, खासकर जब सच्चाई की पुष्टि नहीं हुई हो."

वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में कैप्टन पर लगाए गए आरोप

AAIB ने स्पष्ट किया है कि शुरुआती रिपोर्ट केवल घटनाओं के क्रम को दर्शाने के लिए होती है और अंतिम रिपोर्ट आने तक संयम जरूरी है. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मीडिया के कुछ वर्गों पर आरोप लगाया कि वे “चुनिंदा और अपुष्ट जानकारी के आधार पर निष्कर्ष निकालने की कोशिश कर रहे हैं” और यह एक “गैर-जिम्मेदाराना” रवैया है. वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका के अधिकारियों के अनुसार ब्लैक बॉक्स रिकॉर्डिंग से यह संकेत मिलता है कि कप्तान सुमीत सभरवाल ने ईंधन नियंत्रण स्विच फ्लाइट के क्रैश होने से ठीक पहले बंद किए थे.

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फ्यूल स्विच के रन से कटऑफ मोड में जाने का दावा

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शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, विमान ने टेक-ऑफ के करीब 30 सेकंड के भीतर क्रैश कर दिया. रिपोर्ट में बताया गया है कि जैसे ही विमान अपनी अधिकतम गति पर पहुंचा, "इंजन 1 और इंजन 2 के फ्यूल कटऑफ स्विच रन से कटऑफ की स्थिति में चले गए, और वह भी एक सेकंड के भीतर. हालांकि रिपोर्ट यह स्पष्ट नहीं करती कि ये स्विच अपने आप कैसे बंद हुए.

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि स्विच को वापस रन मोड में लाया गया था, लेकिन तब तक विमान की ऊंचाई कम हो चुकी थी और वह समय रहते दोबारा ताकत नहीं जुटा सका. अभी अंतिम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, और जांच एजेंसियों ने सभी से संयम बरतने और गलत जानकारियों से बचने की अपील की है.

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