अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), दिल्ली ने विश्व मधुमेह दिवस के मौके पर मंगलवार से मधुमेह से पीड़ित गरीब मरीजों को मुफ्त में ‘इंसुलिन’ की शीशियां उपलब्ध कराने का फैसला किया है. एम्स के मीडिया प्रकोष्ठ की प्रभारी प्रोफेसर डॉ. रीमा दादा ने कहा कि एम्स के किसी भी बाह्य रोगी विभाग से इंसुलिन लिखवाने वाले मरीजों को मुफ्त इंसुलिन शीशियां दी जाएंगी.
एम्स ने इसके लिए न्यू राज कुमारी अमृत कौर ओपीडी के सामने अमृत फार्मेसी में दो नए काउंटर खोले हैं. इन काउंटर पर सुबह 9 से शाम 5 बजे तक इंसुलिन की शीशियां ली जा सकती हैं.
दादा ने कहा, काउंटर हिंदी और अंग्रेजी में लिखित निर्देश भी देंगे जो मरीजों को शीशियों के सुरक्षित ले जाने और स्टोरेज के लिए वितरित किए जाएंगे. लंबी दूरी की यात्रा करने की संभावना वाले रोगियों के लिए, अनुशंसित तापमान पर शीशियों को सुरक्षित रूप से ले जाने के लिए जमे हुए आइस पैक दिए जाएंगे.
दवा लिखने वाला डॉक्टर बताएगा कि शीशियां एक मरीज को दी जानी हैं और केंद्र उन्हें वितरित करेगा. शुरुआत में इंसुलिन की शीशियां एक महीने की उपचार अवधि के लिए जारी की जाएंगी जिसे भविष्य में दो-तीन महीने तक बढ़ाया जा सकता है.
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