Agneepath Scheme: केंद्र सरकार ने सेनाओं में भर्ती के लिए 'अग्निपथ' योजना जारी की है. इसमें सेना, नौसेना और वायु सेना में सैनिकों को चार साल के लिए भर्ती किया जाएगा. इन्हें 'अग्निवीर' कहा जाएगा. नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने इस योजना को 'दूरदर्शी कदम' बताया है. उन्होंने कहा कि ये योजना नौसेना की ताकत बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
एडमिरल आर हरि कुमार ने बताया कि इससे 'अग्निवीरों' को वॉरशिप, सबमरीन, एयरक्राफ्ट कैरियर्स, मिलिट्री एयरक्राफ्ट, आधुनिक हथियारों और सेंसर्स पर काम करने का अनूठा अनुभव मिलेगा.
केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना में तीनों सेनाओं में युवाओं की भर्ती की जाएगी. इस साल 46 हजार अग्निवीरों को भर्ती किया जाएगा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के मुताबिक, भर्ती की प्रक्रिया अगले तीन महीने में शुरू हो जाएगी.
नौसेना प्रमुख ने कहा कि मौजूदा और भविष्य की चुनौतियां लगातार बढ़ रहीं हैं, ऐसे में हमें अपना नजरिये और क्षमता को बदलने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जो सब कर रहे हैं, वही करना विकल्प नहीं हैं, बल्कि हमें कल की लड़ाई के लिए आज बदलाव करना जरूरी है.
अग्निपथ योजना के तहत तीनों सेनाओं में भर्ती के लिए उम्र सीमा 17.5 से 21 साल रखी गई है. इन युवाओं के लिए सेना से अलग रैंक भी होगी. चार साल की अवधि में 6 महीने की ट्रेनिंग होगी. इसके बाद इन अग्निवीरों को तैनात किया जाएगा.
केंद्र सरकार के मुताबिक, इन अग्निवीरों को पहले साल 30 हजार रुपये सैलरी मिलेगी. इसके बाद दूसरे साल 33 हजार रुपये, तीसरे साल 36,500 रुपये और चौथे साल 40 हजार रुपये सैलरी रहेगी. इसके अलावा 48 लाख रुपये का बीमा कवर भी मिलेगा. अगर सेवा के दौरान अग्निवीर शहीद हो जाता है, तो बीमा के अलावा 44 लाख रुपये का मुआवजा भी दिया जाएगा. वहीं, अगर सेवा के दौरान कोई अग्निवीर 50% तक दिव्यांग हो जाता है तो उसे 15 लाख, 75% होने पर 25 लाख और 100% होने पर 44 लाख का मुआवजा मिलेगा.
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