मुकेश अंबानी को पछाड़ एशिया के सबसे अमीर शख्स बने जुंग सानसान, सुनें 'आज का दिन'

कारोबार की दुनिया में बीता हुआ साल, जाते जाते मुकेश अम्बानी को एक झटका दे गया. एशिया के सबसे अमीर आदमी का ख़िताब उनसे छिन गया. जिसने छीना, उनका नाम है जुंग सानसान जो चीन के रहने वाले हैं.

Advertisement
जुंग सानसान और मुकेश अंबानी (फाइल फोटो) जुंग सानसान और मुकेश अंबानी (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 01 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 8:37 AM IST

अक्सर आप किसी वीआईपी की सुरक्षा में लगे पुलिसवालों का हुजूम देखते होंगे. सोचते भी होंगे कि क्या वाक़ई इस तामझाम की ज़रूरत है भी? अब एक आँकड़ा आया है ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट का. इन्होंने बताया है कि बंगाल,पंजाब और बिहार ऐसे राज्यों में टॉप पर हैं जहाँ सबसे ज़्यादा वीआईपीज़ को सुरक्षा दी गई है. चौंकानेवाली बात तो ये है कि जिन राज्यों में उग्रवाद और हिंसक आंदोलन चल रहे हैं वो इस लिस्ट में टॉप पर नहीं हैं. नंबरों में बात करें तो साल 2019 में 19 हज़ार लोगों की सुरक्षा में 66 हज़ार पुलिसवाले लगे रहे. पिछले साल ये आँकड़ा 63 हज़ार था, यानि साल भर में बढ़ा है. हमने इस मसले में बात की केरल के फॉर्मर डीजीपी एन सी अस्थाना से.

Advertisement

कारोबार की दुनिया में बीता हुआ साल, जाते जाते मुकेश अम्बानी को एक झटका दे गया. एशिया के सबसे अमीर आदमी का ख़िताब उनसे छिन गया. जिसने छीना, उनका नाम है जुंग सानसान जो चीन के रहने वाले हैं. हालांकि मुकेश अंबानी की संपत्ति भी बढ़ी है इस साल क्योंकि काफी इनवेस्टमेंट बाहर से उन्हें मिला, टेक्नॉलजी और ई कॉमर्स में कई क़रार उनकी कंपनी ने किए हैं. लेकिन बीते हुए साल में इस बारात के दूल्हा जुंग सानसान हैं, इसलिए आज उनकी बात करेंगे. हमने बात की हमारे आज तक रेडियो के साथी कुलदीप मिश्र से, जिन्होंने ये स्टोरी फॉलो की है. 

हर मुल्क उम्मीद करता है कि आनेवाला साल उसके लिए बेहतरी लाए लेकिन यमन में ऐसा हुआ भी और नहीं भी. सिविल वॉर से घिरे इस देश की एक सरकार है जिसे दुनिया ने मान्यता दी है लेकिन वो सऊदी अरब में बैठकर काम करती थी. जब ये सरकार अपने देश के शहर अदन में लौटी तो उनका स्वागत विरोधियों ने एयरपोर्ट पर ही बम धमाके से किया. क़रीब 26 लोगों के मारे जाने और क़रीब 60 के घायल होने की ख़बर है. तो किसने कराया ये धमाका और इस झगड़े की जड़ में क्या है बात की हमने प्रोफ़ेसर हर्ष पंत से जो अंतर्राष्ट्रीय मामलों के जानकार हैं और Observer Research Foundation में डायरेक्टर, studies and head strategic studies programme हैं.

Advertisement

और ये भी सुनिए कि 1 जनवरी की तारीख महत्वपूर्ण क्यों है, इतिहास इस पर क्या कहता है. साथ साथ अख़बारों का हाल भी लेंगे. इतना सब कुछ महज़ आधे घंटे में सुनिए मॉर्निग न्यूज़ पॉडकास्ट 'आज का दिन' में नितिन ठाकुर के साथ.

'आज का दिन' सुनने के लिए यहां क्लिक करें

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement