आज का दिनः पेगासस की कंपनी से लेन-देन के सवाल पर रक्षा मंत्रालय ने क्यों दिया जवाब?

आजतक रेडियो' के मॉर्निंग न्यूज़ पॉडकास्ट 'आज का दिन' में आज हम बात करेंगे पेगासस की कंपनी NSO से लेन-देने के सवाल पर रक्षा मंत्रालय के जवाब पर. चर्चा समुद्री सुरक्षा को लेकर UNSC मीटिंग में मोदी के दिए बयान पर भी होगी. साथ ही तेल की बढ़ती कीमतों के बीच क्यों बढ़ रही है गाड़ियों की बिक्री, इस पर भी होगी बात.

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NSO से लेन-देने पर सोमवार को रक्षा मंत्रालय ने जवाब दिया. (फोटो-kaspersky) NSO से लेन-देने पर सोमवार को रक्षा मंत्रालय ने जवाब दिया. (फोटो-kaspersky)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 10 अगस्त 2021,
  • अपडेटेड 9:39 AM IST

आजतक रेडियो' के मॉर्निंग न्यूज़ पॉडकास्ट 'आज का दिन' में आज हम बात करेंगे समुद्री सुरक्षा को लेकर हुई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की मीटिंग की. इस मीटिंग की अध्यक्षता की थी प्रधानमंत्री मोदी ने. चर्चा करेंगे कि इस मीटिंग में प्रधानमंत्री मोदी ने क्या कहा? क्या एजेंडा तय किया? साथ ही इस बात भी चर्चा होगी कि पेगासस की कंपनी NSO से लेन-देन के सवाल का जवाब रक्षा मंत्रालय ने क्यों दिया? क्या ये जवाब गृह मंत्रालय की ओर से नहीं आना चाहिए था. 

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आजतक रेडियो पर हम रोज़ लाते हैं देश का पहला मॉर्निंग न्यूज़ पॉडकास्ट ‘आज का दिन’, जहां आप हर सुबह अपने काम की शुरुआत करते हुए सुन सकते हैं आपके काम की ख़बरें और उन पर क्विक एनालिसिस. साथ ही, सुबह के अख़बारों की सुर्ख़ियां और आज की तारीख में जो घटा, उसका हिसाब किताब. आगे लिंक भी देंगे लेकिन पहले जान लीजिए कि आज के एपिसोड में हमारे पॉडकास्टर अमन गुप्ता किन ख़बरों पर बात कर रहे हैं.

1. समुद्री सुरक्षा पर मोदी के भाषण से क्या निकला?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सोमवार को यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल की मीटिंग हुई.  इस मीटिंग में सम़ुद्री सुरक्षा पर ओपन डिबेट हुई. चर्चा का विषय ‘समुद्री सुरक्षा को बढ़ावा: अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता’ रहा. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की गई इस मीटिंग में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों के प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति, यूनाइटेड नेशंस सिस्टम और प्रमुख क्षेत्रीय संगठनों के हाई लेवल ब्रीफर्स ने हिस्सा लिया. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी इसमें शामिल हुए. 

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भारत इस महीने UNSC का अध्यक्ष है इस के नाते प्रोग्राम की शुरुआत PM मोदी के संबोधन से हुई. और इससे पहले कोरोना की वजह से जान गंवाने वाले लोगों के लिए मौन रखा गया. मैंने विदेशी मामलों के जानकर और ORF से जुड़े हर्ष वी पंत से बात की और पूछा की कल जो हाई लेवल डिबेट हुई है उसमें से क्या बातें निकल कर आई, प्रधानमंत्री ने किन बातों पर ज़ोर दिया? पहले भी मरीन सिक्योरिटी पर चर्चा हुई थी, रेसॉल्युशन्स पास हुए थे तो इस बार की डिबेट में क्या अलग रहा?

2. NSO से लेन-देन पर सरकार का जवाब कितना साफ?

कहां तो संसद के मॉनसून सत्र की कार्यवाही इस दफ़ा कोविड क्राइसिस, दूसरे ज़रूरी बिल्स के इर्द गिर्द होनी थी, लेकिन ऐन मौके पर पेगासस रिपोर्ट्स का आना और उसमें भारत के पत्रकारों, नेताओं की जासूसी के आरोप ने संसद में अफरातफरी मचा दी. 

दरअसल, सेशन शुरू होने से ठीक एक दिन पहले द गार्जियन और वाशिंगटन पोस्ट समेत 16 मीडिया ऑर्गेनाइजेशन ने एक रिपोर्ट पब्लिश की, जिस रिपोर्ट में ये दावा किया गया कि भारत सरकार ने 2017-19 के दौरान क़रीब 300 लोगों के मोबाइल नंबरों की जासूसी की है और ये जासूसी इजराइल की एक स्पाइवेयर कंपनी एनएसओ के पेगासस स्पायवेयर द्वारा की गई है, इस आरोप को आधार बनाकर संसद में विपक्षी पार्टी और सरकार के बीच जो नूराकुश्ती शुरू हुई, लगातार जारी है. 

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एक रिवायत सी बन गयी है, हर रोज़ संसद शुरू होता है और फिर हंगामे की भेंट चढ़ जाता है. ऑपोजिशन का कहना है कि सरकार ये क्लियर करे कि उन्होंने पेगासस का इस्तेमाल किया या नहीं? जबकि सरकार इस पूरे बहस को फ़िज़ूल बताती रही लेकिन मामले को तूल पकड़ते देख आख़िरकार कल राज्यसभा सदस्य वी. शिवदासन के NSO ग्रुप के साथ ट्रांजैक्शन पर सवाल पूछे जाने पर रक्षा मंत्रालय ने एक लिखित जवाब में कहा कि NSO ग्रुप ऑफ टेक्नोलॉजी के साथ रक्षा मंत्रालय का कोई भी लेन-देन नहीं हुआ है. 

इस जवाब ने कई एक सवालों को जन्म दे दिया, कि क्या ये बेहतर नहीं होता, इसका जवाब गृह मंत्रालय की तरफ से आता? रक्षा मंत्रालय की ओर से आया बयान कितना स्पष्ट है और कौन सी बातें ऐसी हैं जिनका जवाब नहीं मिल पाया है?

3. बढ़ती महंगाई के बीच क्यों बढ़ी गाड़ियों की बिक्री?

फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबील  डीलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की रिपोर्ट कहती है कि देश की अर्थव्‍यवस्‍था के लिए अच्‍छे संकेत मिले हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना वायरस के फैलने की रफ्तार को काबू करने के लिए लगाई गई पाबंदियों में ढील दिए जाने के बाद से ऑटो सेक्‍टर में बिक्री तेजी से बढ़ी है. 

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FADA के मुताबिक जुलाई 2021 में गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन में सालाना आधार पर 34.12% की ग्रोथ हुई है. जुलाई में पैसेंजर व्हीकल, टू व्हीलर और कमर्शियल व्हीकल सहित सभी सेगमेंट में तेज उछाल आया. पिछले महीने देशभर में कुल 15,56,777 गाड़ियां बिकीं, जबकि पिछले साल के इसी महीने ये आंकड़ा 11,60,721 था. अब जुलाई में लॉकडाउन लगा था, महामारी का दौर है ही, खाने पीने से लेकर पेट्रोल डीजल सब महंगा जिससे आम आदमी परेशान है. 

लेकिन ऐसे ही वक्त में ये रिपोर्ट का आना ये सवाल तो ज़रूर उठाता है कि आखिर इस महंगाई और महामारी के दौर में कौन लोग है जो गाडियां खरीद रहे हैं और इस बढ़ती डिमांड के पीछे की वजह क्या है?

4. ओलंपिक को लेकर भारतीय एक्साइटेड क्यों दिखे?

हाल ही में हुआ टोक्यो ओलिंपिक 2020 भारत का अब तक का सबसे सफल ओलिंपिक रहा. यह प्रदर्शन न केवल मैदान तक सीमित रहा बल्कि ऑनलाइन भी इसे पूरे जोर-शोर से किया गया. चाहे इंस्टाग्राम हो या फेसबुक हर प्लेटफार्म पर बज बनाने में इस बार भारत में कोई कसर नहीं छोड़ी. बड़े बड़े कैंपेन किए गए हर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर. 

फेसबुक और इंस्टाग्राम के एक हाल ही में रिपोर्ट के आंकड़ों के मुताबिक भारत ने इन दो वेबसाइटों पर ओलंपिक से संबंधित बातचीत में संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्राजील को पीछे छोड़ दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक तो ये कहा गया है की ओलंपिक्स के दौरान अगर सबसे ज्यादा उत्साहित होने के लिए गोल्ड मेडल मिलना होता तो भारत को ज़रूर मिलता. तो आखिर क्यों ओलिंपिक गेम्स के दौरान भारत में लोग इसे लेकर इतना एक्साइटेड दिखे?

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10 अगस्त 2021 का 'आज का दिन' सुनने के लिए यहां क्लिक करें.

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