Aaj Ki Taza Khabar: पढ़ें 8 जनवरी 2024 की शाम की टॉप खबरें और अन्य समाचार

आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे पर चर्चा के लिए 8 जनवरी को नई दिल्ली में एक बैठक की. मीटिंग में कांग्रेस और AAP दोनों ने अपनी मांगों और प्रस्ताव संबंधित दस्तावेज साझा किए.  देश लोकसभा चुनाव की ओर बढ़ रहा है और सरगर्मियां राज्यसभा चुनाव को लेकर तेज हो गई हैं. राज्यसभा चुनाव को लेकर पूर्वोत्तर का सिक्किम चर्चा में है.

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आगामी लोकसभा चुनावों में सीट बंटवारे को लेकर नई दिल्ली में AAP और कांग्रेस के बीच बैठक हुई. (PC: X/@INC) आगामी लोकसभा चुनावों में सीट बंटवारे को लेकर नई दिल्ली में AAP और कांग्रेस के बीच बैठक हुई. (PC: X/@INC)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 08 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 7:08 PM IST

आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे पर चर्चा के लिए 8 जनवरी को नई दिल्ली में एक बैठक की. मीटिंग में कांग्रेस और AAP दोनों ने अपनी मांगों और प्रस्ताव संबंधित दस्तावेज साझा किए. 
देश लोकसभा चुनाव की ओर बढ़ रहा है और सरगर्मियां राज्यसभा चुनाव को लेकर तेज हो गई हैं. राज्यसभा चुनाव को लेकर पूर्वोत्तर का सिक्किम चर्चा में है. 2024 चुनावी साल है. न सिर्फ भारत के लिए बल्कि दुनियाभर के लिए. इस साल 70 से अधिक देशों में चुनाव होने हैं, जिनमें चार अरब से अधिक लोग वोट डालेंगे. एशिया से लेकर अफ्रीका और यूरोप तक हर महाद्वीप चुनावी मूड में रहेगा.

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AAP और कांग्रेस के बीच हुई बैठक, सीट शेयरिंग पर कितनी आगे बढ़ी बात? मुकुल वासनिक ने बताया

आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे पर चर्चा के लिए 8 जनवरी को नई दिल्ली में एक बैठक की. मीटिंग में कांग्रेस और AAP दोनों ने अपनी मांगों और प्रस्ताव संबंधित दस्तावेज साझा किए. सूत्रों के मुताबिक बैठक सकारात्मक मानी जा रही है. दोनों पार्टियों ने उन रणनीतियों और सीटों की संख्या के बारे में चर्चा की, जिन पर वे विभिन्न राज्यों में चुनाव लड़ना चाहती हैं.

जिस राज्य में एक भी विधायक नहीं जीता, वहां से बीजेपी ने उतारा राज्यसभा उम्मीदवार, जानें गेम प्लान

देश लोकसभा चुनाव की ओर बढ़ रहा है और सरगर्मियां राज्यसभा चुनाव को लेकर तेज हो गई हैं. राज्यसभा चुनाव को लेकर पूर्वोत्तर का सिक्किम चर्चा में है. इसकी वजह है चीन की सीमा से सटे इस राज्य से राज्यसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का उम्मीदवार उतारना. बीजेपी ने सिक्किम की एकमात्र राज्यसभा सीट के लिए दोरजी त्शेरिंग लेप्चा को उम्मीदवार बनाया है.

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कहीं वापसी, कहीं विदाई... 2024 में 70 देश चुनेंगे अपनी नई सरकार, कैसे बदलेगी दुनिया की सियासत?

2024 चुनावी साल है. न सिर्फ भारत के लिए बल्कि दुनियाभर के लिए. इस साल 70 से अधिक देशों में चुनाव होने हैं, जिनमें चार अरब से अधिक लोग वोट डालेंगे. एशिया से लेकर अफ्रीका और यूरोप तक हर महाद्वीप चुनावी मूड में रहेगा. 27 देशों वाला यूरोपियन यूनियन भी चुनावी रंग में रंगने जा रहा है. इन चुनावों से दुनिया कितनी बदलेगी? किस तरह के समीकरण बनेंगे-बिगड़ेंगे? ये तो आने वाला वक्त बताएगा लेकिन पूर्व के घटनाक्रमों को देखें तो उनमें आने वाले समय की तस्वीर देखने को मिल सकती है.

जीत के बाद शेख हसीना ने भारत को बताया 'सच्चा दोस्त', 1971 और 75 के योगदान को किया याद

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने ढाका में अपने निवास गणभवन में सोमवार को मीडिया को संबोधित किया. कल हुए आम चुनावों में वह पांचवीं बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री चुनी गईं. हसीना की पार्टी आवामी लीग ने 300 सीटों वाली बांग्लादेशी संसद में 223 सीटें जीतीं. कुल 299 सीटों के लिए चुनाव हुआ था. एक उम्मीदवार की मौत के कारण उस सीट पर बाद में उपचुनाव होगा. पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के नेतृत्व वाले मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी और उसके सहयोगियों ने आम चुनावों का बहिष्कार किया.

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अंसारी बंधुओं की सपा में हो सकती है वापसी, देर आए पर क्यों दुरुस्त नहीं आए अखिलेश यादव

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के एक प्राइवेट होटल में बीएसपी सांसद अफजाल अंसारी की सबसे छोटी बेटी नूरिया अंसारी का शादी समारोह उत्तर प्रदेश की राजनीति में चर्चा का केंद्र बना हुआ है. ये शादी समारोह उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नए समीकरण की इबारत गढ़ रहा है. बीएसपी के सांसद के घर शादी में खुद बीएसपी प्रमुख मायावती नहीं पहुंची पर उनके धुर विरोधी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लाव-लश्कर के साथ पहुंचे. अखिलेश के साथ न केवल उनके महासचिव शिवपाल यादव थे बल्कि पार्टी के कई विधायक और नेताओं ने भी हिस्सा लिया. करीब एक दर्जन विधानसभा सीटों और 4 के करीब लोकसभा सीटों पर प्रभावी अंसारी परिवार से सपा की बढ़ती नजदीकी न केवल बीएसपी बल्कि बीजेपी के लिए भी चिंता का विषय हो सकती है.

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