कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के धरने का गुरुवार को पांचवा दिन है. इससे पहले मंगलवार को पहलवानों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई भी हुई. कोर्ट ने मामले को गंभीर मानते हुए दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है. लेकिन इस बीच पहलवानों ने जंतर मंतर को ही अखाड़ा बनाकर वर्कआउट करना शुरू कर दिया है.
साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट जैसे दिग्गज पहलवान खुद को फिट रखने के लिए जंतर मंतर पर ही अभ्यास कर रहे हैं. पहलवान अखाड़े के दांवपेचों के साथ सड़क पर ही अभ्यास कर रहे हैं.
जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवान धरने के साथ-साथ हर तरह से प्रैक्टिस कर रहे हैं. इन्हें आपस में एक-दूसरे को पटखनी देते हुए और डंबल पकड़कर वर्कआउट करते हुए भी देखा जा सकता है. विनेश फोगाट इस दौरान एक बच्चे को भी पहलवानी का दांव सिखाती नजर आ रही हैं.
ये पहलवान बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ FIR दर्ज करने और उत्पीड़न की जांच के लिए बनाई गई कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग कर रहे हैं. विनेश फोगाट साफ कर चुकी हैं कि जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाता, तब तक पहलवान जंतर मंतर पर ही डटे रहेंगे. वहीं खाएंगे, वहीं सोएंगे और वहीं एक्सरसाइज भी करेंगे.
पहलवानों की ओर से बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले में FIR दर्ज करने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया गया है. इस याचिका पर कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से जवाब मांगा है. इस मामले में शुक्रवार को सुनवाई होगी.
पहलवानों द्वारा दायर याचिका में 7 महिला रेसलर्स ने यौन उत्पीड़न की शिकायत की है. पहलवान बजरंग पूनिया ने शिकायत करने वाली महिला रेसलर्स को जान का खतरा बताया है. उन्होंने मंगलवार को कहा था कि शिकायत करने वाली 7 महिला रेसलर्स की एकता को तोड़ने की कोशिश की जा रही है. इतना ही नहीं शिकायत करने वाली महिला पहलवानों की जान को भी खतरा है.
विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक समेत करीब एक दर्जन पहलवान न सिर्फ जंतर मंतर पर धरना दे रहे हैं, बल्कि रात में भी वहीं सो रहे हैं. इस बीच शीर्ष भारतीय पहलवान साक्षी मलिक और विनेश फोगट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की इच्छा व्यक्त की है. बुधवार को पहलवानों ने कहा कि उनसे मिलने के बाद प्रधानमंत्री उनका दर्द समझ सकेंगे.