मुंबई में खसरे का कहर, 7 की मौत, 164 मरीज मिलने के बाद हेल्थ एजेंसियां अलर्ट

मुंबई में इन दिनों खसरे का प्रकोप तेजी से फैल रहा है. महाराष्ट्र की राजधानी के 8 वार्डों में खसरे के केस सबसे ज्यादा आ रहे हैं. इसमें भी एम-ईस्ट वार्ड के गोवंडी और आसपास के इलाकों में ज्यादा केस देखे जा रहे हैं. मुंबई में बढ़ते खसरे के मामलों ने बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) की चिंता बढ़ा दी है.

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सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर

aajtak.in

  • मुंबई,
  • 17 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 10:09 AM IST

महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में खसरा (measles) के केस तेजी से बढ़ रहे हैं. हालात बिगड़ते देख  बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने कमर कस ली है. BMC के मुताबिक खसरे का प्रकोप मुंबई के 8 वार्डों में फैला हुआ है. इसमें भी सबसे ज्यादा केस एम-ईस्ट वार्ड से हैं. इस वार्ड में गोवंडी और आसपास के इलाके शामिल हैं. 

खसरे के मामलों को नियंत्रित करने के लिए नगर निगम ने कई अस्पतालों में खसरे के लक्षण वाले रोगियों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाए हैं. मुंबई के चिंचपोकली में स्थित कस्तूरबा अस्पताल में 5 वेंटिलेटर के अलावा सबसे ज्यादा 83 बेड उपलब्ध हैं.

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BMC के मुताबिक सितंबर में खसरा के मामले सामने आने के बाद अब तक मुंबई में खसरा के कारण 7 संदिग्ध मौतें हो चुकी हैं. वहीं, वायरल और संक्रमण के 164 मामले सामने आए हैं. हाल ही में मुंबई में ऐसे 184 नए केस भी सामने आए हैं, जिसमें पीड़ितों को खसरा होने की संभावना है. इन लोगों को बुखार के साथ शरीर में दाने की समस्या आ रही है. इन मामलों के बाद अब शहर में खसरे के संदिग्ध मरीजों की संख्या 1,263 हो गई है. इनमें 647 मरीज 1 से 4 साल के बच्चे हैं.

बुधवार को 12 नए मरीजों के भर्ती होने के साथ ही खसरे के संक्रमण के कारण अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या बढ़कर 80 हो गई है. खसरे के चलते मुंबई में सोमवार को एक साल के बच्चे की मौत हो गई. 
नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि नल बाजार इलाके की बच्ची का चिंचपोकली में नगर निगम द्वारा संचालित कस्तूरबा अस्पताल में पिछले एक सप्ताह से इलाज चल रहा था. नगर निगम का कहना है कि संक्रमण के कारण 7 लोगों की मौत की बात सामने आ रही है, लेकिन इसका सही कारण जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा.

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पिछले सप्ताह ही केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने मुंबई में खसरे के मामलों में बढ़ोतरी का जायजा लेने के लिए एक उच्च स्तरीय टीम का गठन किया था. यह टीम सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को स्थापित करने में राज्य स्वास्थ्य अधिकारियों की सहायता करेगी और जरूरी नियंत्रण और रोकथाम उपायों के संचालन की सुविधा प्रदान करेगी.

मुंबई के लिए 3 सदस्यीय केंद्रीय टीम में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), नई दिल्ली, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज (एलएचएमसी), नई दिल्ली और क्षेत्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण कार्यालय, पुणे, महाराष्ट्र के विशेषज्ञ शामिल हैं. इस टीम का नेतृत्व डॉ. अनुभव श्रीवास्तव, उप निदेशक, एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी), एनसीडीसी कर रहे हैं.

क्या है खसरा?

बता दें कि खसरा बच्चों में पाए जाने वाला एक सीरियस वायरल इंफेक्शन है. भारत में खसरे के लिए टीकाकरण किया जाता है. मुंबई में अचानक ही इस बीमारी के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है. इसीलिए एक्सपर्ट पैनल का गठन किया गया है. बताते चलें कि खसरा संक्रमित व्यक्ति के खांसने छींकने या उसकी त्वचा में संपर्क में आने से भी फैलता है.

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