महाराष्ट्र में पिछले एक महीने से सत्ता को लेकर जो संघर्ष चल रहा है वो आज थम सकता है. कांग्रेस-एनसीपी के साथ शिवसेना का सरकार बनाना तय नजर आ रहा है. लेकिन आज शिवसेना डबल धमाका कर रही है, राज्य में सत्ता साधने के साथ-साथ पार्टी आज मुंबई के मेयर पद पर भी कब्जा जमा रही है. शिवसेना उम्मीदवार किशोरी पेडनेकर ने शुक्रवार को मुंबई महानगर पालिका के मेयर पद की शपथ ली.
शिवसेना की जीत थी पक्की
दरअसल, मेयर पद के चुनाव में किसी दूसरी पार्टी ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था. शिवसेना और बीजेपी के ब्रेकअप के बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि दोनों पार्टियों के बीच पहली जंग यहां देखने को मिलेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. वहीं राजनीतिक माहौल बदलता देख एनसीपी ने भी अपना उम्मीदवार भी ना उतारने का फैसला किया था, यही कारण रहा कि शिवसेना की जीत पक्की हो गई.
गौरतलब है कि मुंबई में मेयर पद का कार्यकाल ढाई साल के लिए होता है. इससे पहले पहले फरवरी 2017 में BJP के समर्थन से शिवसेना के उम्मीदवार विश्वनाथ महादेश्वर ने जीत हासिल की थी और मुंबई के मेयर बने थे. लेकिन उनका कार्यकाल अब खत्म हो रहा है.
मुंबई नगरपालिका का नंबर गेम देखें तो शिवसेना सबसे बड़ी पार्टी है. 227 सीटों वाली महानगर पालिका में शिवसेना के पास 93 पार्षद हैं जबकि BJP के पास 83, कांग्रेस के पास 29 पार्षद हैं. BMC पर कब्जा होना काफी अहम है क्योंकि इसका बजट कई राज्यों के बजट के बराबर होता है.
शिवसेना का डबल धमाका!
एक ओर BMC में शिवसेना की जीत पक्की है तो वहीं उद्धव ठाकरे राज्य की कमान संभाल सकते हैं. कांग्रेस और एनसीपी की ओर से उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनने के लिए कहा जा रहा है, वहीं कई शिवसेना नेता भी ये मांग कर चुके हैं. हालांकि, खबर ये भी आई है कि अगर उद्धव ठाकरे नहीं मानते हैं तो संजय राउत भी सीएम पद की रेस में आगे आ सकते हैं.
सौरभ वक्तानिया