मायानगरी कहे जाने वाले मुंबई शहर में मंगलवार को बड़ा हादसा हुआ. डोंगरी इलाके में चार मंजिला इमारत गिर जाने की वजह से 14 लोगों की मौत हो गई. अभी भी कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है, ऐसे में राहत बचाव का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. बुधवार सुबह NDRF की ओर से सर्च ऑपरेशन चलाया गया, उसमें स्निफर डॉग की भी मदद ली जा रही है.
NDRF की टीम ने स्निफर डॉग की मदद से मलबे में दबे हुए लोगों को निकालने की कोशिश की जा रही है. मंगलवार को हादसा होने के बाद पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गई थीं. NDRF की तीन टीमों ने बचाव कार्य को आगे बढ़ाया था.
मंगलवार को डोंगरी इलाके में जो बिल्डिंग गिरी वह करीब 100 साल पुरानी है. केसरबाई नाम की चार मंजिला बिल्डिंग गिरने की वजह से करीब 50 लोग दब गए थे.
हादसे में 14 लोगों की मौत हुई, कई लोग घायल भी हो गए थे. इमारत को 2 साल पहले ही C 1 श्रेणी का घोषित कर दिया गया था, जिसके बाद BMC ने इसे खाली करने को कहा था. हालांकि, BMC की इस चेतावनी को नजर अंदाज किया गया था. हालांकि, राज्य सरकार की तरफ से मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं.
हालांकि, MHADA की तरफ से कहा गया है कि इस बिल्डिंग का उनकी लिस्ट में नाम तय शामिल नहीं था. जिसमें कुछ बिल्डिंगों को रहने के लिए खतरनाक बताया गया था. चश्मदीदों ने बयान दिया था कि इस बिल्डिंग में करीब 8-10 परिवार रहते थे, इमारत की हालत काफी जर्जर थी.
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