रत्नागिरी डैम हादसा: अबतक 14 की मौत, SIT जांच के आदेश

महाराष्ट्र के रत्नागिरी हुए डैम हादसे में अभी तक 14 लोगों की मौत हो गई है. गुरुवार सुबह चिपलुन में एक महिला का शव बरामद किया गया. यह शव तवरे डैम से 35 किलोमीटर दूर बह गया था.

Advertisement
रत्नागिरी डैम हादसा (फाइल फोटो-IANS) रत्नागिरी डैम हादसा (फाइल फोटो-IANS)

aajtak.in

  • रत्नागिरी,
  • 04 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 11:33 AM IST

महाराष्ट्र के रत्नागिरी हुए डैम हादसे में अभी तक 14 लोगों की मौत हो गई  है. गुरुवार सुबह चिपलुन में एक महिला का शव बरामद किया गया. यह शव तवरे डैम से 35 किलोमीटर दूर बह गया था. अभी कई दर्जन लोग लापता हैं. इस बीच, महाराष्ट्र सरकार ने इस हादसे की जांच एसआईटी से कराने की घोषणा की है. बता दें कि मंगलवार देर रात मूसलाधार बारिश होने के बाद रत्नागिरी में स्थित तवरे डैम टूट गया था. इससे डैम के नीचे बसे 7 गांवों में बाढ़ आ गई थी.

Advertisement

जिले के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, ‘तिवेर बांध हादसे पर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ), केंद्रीय गृह मंत्रालय, महाराष्ट्र के राज्यपाल और राज्य मुख्यालय मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी थी जो भेज दी गई है.

वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. राज्य के जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन ने घटनास्थल का दौरा किया और बांध की मरम्मत और हादसे में घर गंवाने वाले ग्रामीणों को आवास मुहैया कराने में तेजी से काम करने का भरोसा दिलाया.

विपक्ष के नेता कांग्रेस के विजय वेडेट्टिवर ने राज्य सरकार के संबंधित अधिकारियों, शिवसेना के उस विधायक जिसकी कंपनी ने बांध बनाया है, पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है. उन्होंने मंत्री महाजन के इस्तीफे की मांग की.

रेजीडेंट डिप्टी कलेक्टर दत्ता भडकवाड़ ने कहा कि भारी बारिश के कारण तिवेर बांध मंगलवार रात स्तर से ऊपर बहने लगा और कुछ समय बाद ही रात करीब 9.30 बजे यह टूट गया. इसके बाद कम से कम सात गांवों में बाढ़ आ गई, भेंडेवाड़ी में दर्जनभर घर बह गए, जिनमें 14 परिवार रह रहे थे. यह बांध साल 2000 में बना था और भडकवाड़ ने कहा कि इसकी क्षमता 2,452 टीएमसी थी.

Advertisement

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement