महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में चुनावों से ठीक पहले वहां की राजनीति में भी सियासी उठापटक शुरू हो गई है. कांग्रेस के विधायक कालिदास कोलंबकर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. बताया जा रहा है वह जल्द भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से जुड़ सकते हैं. कालिदास कोलंबकर के इस्तीफे को कांग्रेस के लिए बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है.
महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं को बीजेपी में शामिल होने का सिलसिला जारी है. इससे पहले बीजेपी नेता और सरकार में मंत्री गिरीश महाजन ने दावा किया था कि कांग्रेस और एनसीपी के कम से कम 50 विधायक उनकी पार्टी के संपर्क में हैं.
मंत्री गिरीश महाजन का यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब एनसीपी के कई नेता पहले ही पार्टी को अलविदा कह चुके हैं. एनसीपी की वरिष्ठ नेता चित्रा वाघ ने कहा था कि वह बीजेपी में शामिल होना चाहती हैं, क्योंकि एनसीपी का अब कोई भविष्य नहीं है. चित्रा वाघ ने कहा था कि कई विधायक अनुरोध कर रहे हैं कि वह विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं.
शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी एनसीपी में नेतृत्व का संकट पैदा होता जा रहा है. पार्टी के दो बड़े नेताओं ने पद से हाल ही में इस्तीफा दिया है. पार्टी की प्रमुख नेता और एनसीपी महिला विंग की अध्यक्ष चित्रा वाघ ने हाल ही में पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.
पार्टी छोड़ते ही उनके बीजेपी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे. इससे पहले पिछले गुरुवार को मुंबई एनसीपी के प्रमुख सचिन अहीर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. बताया जा रहा है कि सचिन अहीर ने शिवसेना ज्वॉइन करने के मकसद से एनसीपी को अलविदा कहा है.
कमलेश सुतार