महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार ने प्रदेश में पर्यटकों के सुरक्षा को बढ़ाने के मद्देजनर महाराष्ट्र पर्यटन सुरक्षा बल (एमटीएसएफ) का गठन किया है. इसे 'टूरिज्म मित्र' भी कहा जाएगा. महाराष्ट्र पर्यटन और सांस्कृतिक मालमे का विभाग की ओर से जारी 17 अप्रैल 2025 के एक सर्कुलर में इस योजना को लेकर जानकारी दी गई. एक मई से पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसे शुरू किया जाएगा. यह बल 25 अप्रैल, 2025 से 31 अगस्त, 2025 तक कार्यरत रहेगा.
महाराष्ट्र सरकार ने क्यों किया एमटीएसएफ का गठन?
महाराष्ट्र सरकार ने एमटीएसएफ का गठन प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा और पर्यटकों के सुरक्षा में इजाफा करने के लिए किया है. एमटीएसएफ की शुरुआत महाराष्ट्र की नई पर्यटन नीति 2024 के तहत ली गई है.
सरकार इसके जरिए एक लाख करोड़ रुपये के निजी निवेश को आकर्षित करना चाहती है. सात ही 18 लाख लोगों को सीधे या परोक्ष रूप से रोजगार देना चाहती है.
एमटीएसएफ का मुख्य उद्देश्य है कि प्रदेश में आए पर्यटकों को महफूज महसूस करवाना. साथ ही उन्हें राज्य की सांस्कृतिक विरासत, परंपराओं की जानकारी दी जा सके.
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एमटीएसएफ की कब होगी शुरुआत?
एमटीएसएफ की शुरुआत पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर सतारा जिले से की जाएगी. यहां 1 से 4 मई 2025 तक महाबलेश्वर महोत्सव का आयोजन होना है. इस महोत्सव में स्थानीय पुलिस महाराष्ट्र राज्य सुरक्षा निगम के साथ मिलकर एमटीएसएफ के 25 जवानों की तैनाती करेंगे. इन जवानों को प्रशिक्षित किया जाएगा. सरकार ने आवश्यक वाहनों की व्यवस्था और वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति का निर्देश दिया है जो इस बल की जिम्मेदारियों की निगरानी करेंगे.
महाराष्ट्र के पर्यटन मंत्री ने क्या कहा?
महाराष्ट्र के पर्यटन मंत्री शंभूराज देसाई ने एमटीएसएफ पर बातचीत करते हुए कहा है कि इसका उद्देश्य प्रदेश में प्रयटकों को सुरक्षित महसूस कराना है. इससे ना केवल सुरक्षा मिलेगी. बल्कि, लोगों को रोजगार भी मिलेगा.
ऋत्विक भालेकर