महाराष्ट्र सरकार गठन पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा कि बिना बैंड-बाजा और बारात के महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह हुआ. यह घटना महाराष्ट्र के इतिहास में काली स्याही से लिखी जाएगी.
कांग्रेस नेता ने कहा कि आज दोपहर में होने वाली शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की बैठक से पहले जो कांड हुआ उसकी आलोचना के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं.
अहमद पटेल ने कहा कि हमारे तरफ से कोई देर नहीं हुई है. बीजेपी को हराने के लिए तीनों दल साथ आए थे. हम लोग शिवसेना-एनसीपी की बैठक में गए थे और कुछ मुद्दों पर चर्चा हुई थी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पर जो आरोप लगाए जा रहा हैं वो निराधार हैं. अहमद पटेल ने कहा हां, कुछ मुद्दों पर सहमति में वक्त लगा है.
बहरहाल बता दें कि एनसीपी-शिवसेना की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहले कांग्रेस के नेता भी शामिल होने वाले थे. मगर महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष बालासाहेब थोराट और अशोक चव्हाण साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले ही बाहर निकल गए.
बता दें कि एनसीपी नेता नवाब मलिक ने शुक्रवार को दावा किया था कि उनके पार्टी प्रमुख ने 'आधुनिक युग के चाणक्य' अमित शाह को मात दे दी, लेकिन शनिवार की सुबह उनके लिए झकझोर देने वाली थी, जब महाराष्ट्र में सरकार बनाकर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रमुख ने बाजी पलट दी.
अजित पवार के फैसले से उद्धव ठाकरे और शरद पवार दोनों ही आश्चर्यचकित थे. अजित पवार ने महाराष्ट्र के विधानमंडल में पार्टी नेता चुने जाने का लाभ उठाते हुए बीजेपी के साथ सरकार बना ली और स्वंय उपमुख्यमंत्री और फडणवीस को मुख्यमंत्री के पद पर बिठा दिया.
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