नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) का विरोध पूरे देश में जारी है. इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री जितेंद्र अव्हाड ने विवादित बयान दिया है. ठाणे में एक रैली को संबोधित करते हुए जितेंद्र अव्हाड ने कहा, 'देश के तख्त से पूछता हूं, अब तू मांगेगा मुझसे सबूत मेरे देशवासी होने का? तो सुनो, जब तेरे बाप सिर झुकाकर अंग्रेजों के तलवे चाट रहे थे, तब मेरे बाप फांसी के तख्त को चूमकर इंकलाब जिंदाबाद का नारा लगा रहे थे.'
ठाणे में सीएए के खिलाफ बुलाई गई एक रैली में जितेंद्र अव्हाड ने यह बयान दिया. विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि बीजेपी नित गठबंधन देश में एनआरसी लाने की कोशिश कर रहा है. कांग्रेस-एनसीपी सहित कई दलों ने इसका विरोध किया है. महाराष्ट्र के आवास मंत्री जितेंद्र अव्हाड ने कहा कि मुसलमान यह बता सकते हैं कि उनके पूर्वज कहां दफनाए गए थे लेकिन हिंदू वैसी कोई जगह के बारे में नहीं बता पाएंगे कि उनके पूर्वजों का अंतिम संस्कार कहां किया गया. उन्होंने कहा, जो हिंदू भाई यहां बैठे हैं मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि आपके पूर्वजों का अंतिम संस्कार कहां हुआ? मुसलमान बता सकते हैं कि उनकी कब्र कहां है.
जितेंद्र अव्हाड ने कहा कि सीएए केवल मुसलमानों के खिलाफ ही नहीं बल्कि अन्य समुदायों और जनजातियों के खिलाफ भी है. सरकार का कहना है कि एनपीआर और एनआरसी एक दूसरे से जुड़े नहीं हैं और एनआरसी पर कोई चर्चा नहीं हुई है. बता दें, सीएए 31 दिसंबर 2014 तक या उससे पहले भारत आए पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के गैर-मुस्लिमों को नागरिकता देने का प्रावधान करता है.
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