जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के छात्र शरजील इमाम के समर्थन में कथित तौर पर नारे लगाने वाली युवती को देशद्रोह के मामले में गिरफ्तारी से पहले जमानत मिल गई है. मुंबई में बीते साल निकाली गई एलजीबीटीक्यू (LGBTQ) रैली में युवती पर नारेबाजी करने का आरोप है.
बॉम्बे हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (TISS) की स्टूडेंट उर्वशी चूड़ावाल को राहत प्रदान की है. उर्वशी पर मुंबई पुलिस ने बीते साल देशद्रोह और धर्मों के बीच वैमनस्य फैलाने का मामला दर्ज किया था.
जानकारी के मुताबिक उर्वशी ने “शरजील तेरे सपनों को, हम मंजिल तक पहुंचाएंगे” नारा लगाया था. गिरफ्तारी की आशंका के चलते उर्वशी ने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी.
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इससे पहले कोर्ट ने उर्वशी चूडावाला को गिरफ्तारी से अंतरिम राहत प्रदान की थी. वहीं उर्वशी के वकील विजय हिरेमठ ने दावा किया कि पूरा मामला एक वीडियो पर आधारित था, इसलिए हिरासत में पूछताछ का कोई मामला नहीं है.
अतिरिक्त पब्लिक प्रोसीक्यूटर अनामिका सिंह ने अदालत को सूचित किया कि जांच अंतिम पड़ाव में है, अब सिर्फ फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार है. ऐसे में दोनों पक्षों की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने उर्वशी को राहत दे दी. इससे पहले मुंबई के सत्र न्यायालय ने टिस (TISS) के ही छात्र अंबाडी बी को भी इमाम के समर्थन में नारे लगाने को लेकर राहत प्रदान की थी.
विद्या