महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन की सरकार को तीन साल पूरे हो गए लेकिन दोनों पार्टी के बीच की अनबन अब तक खत्म नहीं हो पाई है. अब तक शिवसेना नेताओं के बगावती सुर सामने आते रहे हैं, लेकिन सरकार की तीसरी सालगिरह के मौके पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बड़ा पलटवार किया है.
नितिन गडकरी ने कहा है कि अगर शिवसेना बीजेपी से नाखुश है तो वो किसी और के साथ गठबंधन कर लें. शिवसेना पर वार करते हुए उन्होंने कहा, 'ये सिद्धांत की लड़ाई नहीं है, उनकी ख्वाहिश केंद्र में मंत्रालय लेने के साथ राज्य सरकार में और अधिक हिस्सेदारी की है'.
इतना ही नहीं नितिन गडकरी ने शिवसेना नेताओं के आरोपों पर खुली चेतावनी दे डाली. गडकरी ने कहा, 'हर दिन ये सरकार की आलोचना करते हैं, अगर वो नाखुश हैं तो किसी और ग्रुप को ज्वाइन कर लें'.
'बाला साहेब की शिवसेना नहीं रही'
नितिन गडकरी ने शिवसेना पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि जो शिवसेना बाला साहेब ठाकरे ने बनाई थी, उसमें और मौजूदा शिवसेना में बहुत फर्क है.
बता दें कि 2014 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिल पाया था. जिसके बाद शिवसेना और बीजेपी ने मिलकर सरकार बनाई थी. जिसके बाद देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बने थे.
सरकार बनने के बाद से ही दोनों दलों के नेता एक दूसरे की आलोचना करते रहे हैं. खासकर शिवसेना नेता केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों को लेकर सार्वजनिक मंचों से आलोचना करते रहे हैं. कई बार दोनों पार्टियों का गठबंधन टूटने तक की नौबत आ गई है. यहां तक इसी साल हुए बीएमसी चुनाव भी दोनों पार्टियों ने अलग-अलग लड़े थे. सोमवार को भी फडणवीस ने कहा था अगर इस मसले पर उद्धव ठाकरे कोई बयान देते हैं तो वह उसका जवाब देंगे.
अशोक सिंघल