महाराष्ट्र एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) ने ठाणे और पुणे में दो जगहों पर छापेमारी की है. यह कार्रवाई हाल ही में गिरफ्तार किए गए सॉफ्टवेयर इंजीनियर जुबैर हंगरगेकर के आतंकवादी संगठनों से संबंधों की जांच के सिलसिले में की गई. अधिकारियों के मुताबिक, यह छापेमारी अल-कायदा और अन्य प्रतिबंधित संगठनों से उसकी कथित नजदीकी की जांच के तहत हुई है.
दिल्ली धमाके से कोई संबंध नहीं
एटीएस अधिकारियों ने साफ किया कि यह कार्रवाई सोमवार को दिल्ली में हुए धमाके से जुड़ी नहीं है, जिसमें 10 लोगों की मौत हुई थी. हालांकि, जांच एजेंसी यह देख रही है कि कहीं इस घटना का महाराष्ट्र से कोई कनेक्शन तो नहीं है.
शिक्षक के घर हुई तलाशी
अधिकारियों के मुताबिक, जुबैर हंगरगेकर ने ठाणे जिले के मुंब्रा इलाके में एक शिक्षक के घर पर बैठक की थी. उसी मकान की तलाशी एटीएस ने ली. जांच के दौरान शिक्षक से पूछताछ भी की गई, हालांकि अधिकारी ने स्पष्ट किया कि वह न तो आरोपी है और न ही गवाह. एटीएस ने मुंबई के कुर्ला इलाके में भी उस शिक्षक के एक और घर पर छापा मारा, जहां वह हर रविवार मदरसे में उर्दू पढ़ाने जाता था.
पेन ड्राइव और डिजिटल सामग्री बरामद
छापेमारी के दौरान पुलिस ने दो पेन ड्राइव, एक हार्ड डिस्क और कुछ कागजात जब्त किए हैं. शिक्षक की पत्नी ने मीडिया से कहा कि इस कार्रवाई के बाद उनका परिवार मानसिक रूप से काफी परेशान है.
पाकिस्तानी नंबर से संपर्क का शक
एटीएस की जांच में यह भी सामने आया कि जुबैर के पुराने मोबाइल में पाकिस्तान, सऊदी अरब, कुवैत और ओमान के फोन नंबर सेव थे. हालांकि, कॉल डिटेल्स में उन नंबरों पर कोई कॉल नहीं की गई थी.
कट्टरपंथी सामग्री मिली
पुणे के कोंढवा इलाके में जुबैर के घर से पुलिस ने मोबाइल फोन, PDF फाइलें, और ओसामा बिन लादेन का भाषण समेत कई आपत्तिजनक सामग्री बरामद की थी. इनमें अल-कायदा से जुड़ा ‘Inspire’ नामक मैगजीन भी मिली, जिसमें हथियार चलाने और बम बनाने के तरीकों की जानकारी थी.
एटीएस की जांच जारी
अधिकारियों ने बताया कि जांच अभी जारी है और बरामद डिजिटल साक्ष्यों का फॉरेंसिक परीक्षण किया जा रहा है. एटीएस का कहना है कि वह महाराष्ट्र में किसी आतंकी नेटवर्क की सक्रियता को लेकर हर पहलू से जांच कर रही है.
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