महाराष्ट्र के यवतमाल जिल में बच्चे की खरीद-बिक्री का सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसके बाद पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. दरअसल पूरे जिले में वहां एक मैसेज वायरल हो रहा था जिसमें दावा किया गया था कि 15 दिन का एक नवजात गोद लिए जाने के लिए उपलब्ध है.
ये वायरल मैसेज यवतमाल के बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष पल्लवी कुलकर्णी ने भी पढ़ा और उन्होंने इसकी सत्यता जांचने की योजना बनाई. समिति के लोग नकली माता-पिता बन कर दिए गए पते पहुंचे और बच्चे के बारे में पूछताछ की.
जब उन्होंने कहा कि वो बच्चे को गोद लेने के लिए आए हैं तो उनसे चार लाख रुपये की मांग की गई. ये देखकर बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष पल्लवी कुलकर्णी भी हैरान रह गईं.
इसके बाद इस गिरोह का पर्दाफाश करने की योजना बनाई गई क्योंकि ऐसा ही मैसेज अकोला में भी वायरल हो रहा था.
इसके बाद यवतमाल और अकोला में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष और जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने स्टिंग ऑपरेशन की योजना बनाई.
कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में नकली माता-पिता बनकर बच्चे को खरीदने पहुंचे और उनकी सारी पोल पट्टी खुल गई.
अवैध रूप से बच्चे को बेचने का यह धंधा बेट्टी फाउंडेशन के सदस्यों के जरिए किया जा रहा था. पुलिस ने संबंधित बच्चे के माता-पिता और इसमें शामिल बेट्टी फाउंडेशन के सदस्यों को भी गिरफ्तार किया.
पुलिस ने ना सिर्फ इस मामले में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया बल्कि अब इस बात की भी तहकीकात कर रही है कि इस धंधे में और कौन-कौन से लोग और संस्था शामिल हैं.