शिवपुरी: वैक्सीनेशन टीम देख भागे गांव के लोग, पकड़कर लगवाई गई वैक्सीन

बुधवार को शिवपुरी के बैराड़ और खनियाधाना गांव में डोर टू डोर वैक्सीनेशन अभियान चलाया गया. इसके तहत जब टीम पहुंची तो गांव के कई लोग घर छोड़कर भाग गए. इन लोगों को ग्रामीणों की मदद से पकड़कर वैक्सीन लगवाई गई.

Advertisement
प्रतीकात्मक फोटो प्रतीकात्मक फोटो

प्रमोद भार्गव

  • शिवपुरी,
  • 01 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 12:15 PM IST
  • ग्रामीण इलाकों में वैक्सीन को लेकर अभी भी भ्रम
  • परिजनों की मदद से पकड़कर लगवाई गई वैक्सीन

भारत में अब तक कोरोना वैक्सीन की 89 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं. हालांकि, अभी भी देश में कई ऐसे इलाके हैं, जहां वैक्सीन को लेकर तमाम तरह के भ्रम फैले हुए हैं. इसके चलते इन ग्रामीण इलाकों में वैक्सीनेशन तेजी से नहीं हो पा रहा है. ऐसा ही कुछ बुधवार को मध्यप्रदेश के शिवपुरी के बैराड़ और खनियाधाना में देखने को मिला. यहां वैक्सीनेशन टीम को देखकर लोग भागने लगे. 

Advertisement

दरअसल, बुधवार को शिवपुरी के बैराड़ और खनियाधाना गांव में डोर टू डोर वैक्सीनेशन अभियान चलाया गया. इसके तहत जब टीम पहुंची तो गांव के कई लोग घर छोड़कर भाग गए. इन लोगों को ग्रामीणों की मदद से पकड़कर वैक्सीन लगवाई गई.

वैक्सीन के बाद मरने का डर
बैराड़ में जब वैक्सीन टीम सुल्तान जाटव के घर पहुंची तो उनकी पत्नी संतरा देवी घर से भाग गईं. जबकि सुल्तान के घर के बाकी सदस्य पहले ही वैक्सीन लगवा चुके हैं. संतरा देवी का भ्रम है कि वैक्सीन लगवाने के कुछ दिन बाद मौत हो जाती है. ऐसे में वे हर बार वैक्सीनेशन के वक्त भाग जाती हैं. ऐसा ही बुधवार को हुआ. लेकिन उनके परिजनों ने उन्हें पकड़कर वैक्सीन लगवाई. 

ऐसा ही नजारा खनियाधाना की गोलाकोट पंचायत की लखनपुरा आदिवासी बस्ती में देखने को मिला. यहां एक शख्स को भी जबरन पकड़ वैक्सीन लगवाई गई. शिवपुरी सीएमओ पवन जैन ने बताया कि लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है. लेकिन अभी भी कई जगहों पर ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है. टीम इस दौरान लोगों को समझाती है और वैक्सीन लगाई जाती है. 

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement