कोरोना वायरस का डेल्टा प्लस वैरिएंट तेजी से बढ़ रहा है. देश में अब तक 50 मामले सामने आ चुके हैं. मध्य प्रदेश में दो मरीजों की डेल्टा प्लस वैरिएंट की वजह से मौत हो गई है. सरकारी सूत्रों ने शुक्रवार को जानकारी दी है कि दोनों मृतकों ने कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाई थी.
मध्य प्रदेश ने बुधवार को डेल्टा प्लस वैरिएंट से जुड़ी पहली कोविड -19 मौत की सूचना दी थी. उज्जैन में एक मृतक कोविड मरीज से लिए गए सैम्पल की जीनोम सिक्वेंसिंग से पता चला था कि वह डेल्टा प्लस वैरिएंट से संक्रमित हुआ था.
मध्य प्रदेश में अब तक कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के कुल सात मामले सामने आ चुके हैं. इसमें से दो मामले उज्जैन में मिले हैं. उज्जैन में डेल्टा प्लस वैरिएंट से संक्रमित महिला की मौत 23 मई को हो गई थी.
नोडल अधिकारी डॉ. रौनक ने बताया था कि मृतक महिला के पति को सबसे पहले कोविड हुआ था, जिसके बाद वे ठीक हो गए थे. उन्होंने वैक्सीन की दोनों डोज लगवाई हुई थीं, जबकि उनकी पत्नी ने टीका नहीं लगवाया था. महिला भी बाद में डेल्टा प्लस वैरिएंट से संक्रमित पाई गईं और इससे उनकी मौत हो गई.
डेल्टा प्लस से हुई मौत के बाद मध्य प्रदेश के मेडिकल एजुकेशन मंत्री विश्वास सारंग ने कहा था कि सरकार पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है. जो मरीज कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं, उनकी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करवाई जा चुकी है. सभी रिपोर्ट्स निगेटिव आई हैं.
मंत्री सारंग ने कहा, "फिर भी, सरकार ने सभी अस्पतालों को सतर्क रहने के लिए कहा है. हम बिना किसी देरी के मामलों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए बड़े पैमाने पर टेस्टिंग और जीनोम सिक्वेंसिंग कर रहे हैं."
मिलन शर्मा