एमपी: कोरोना नियम तोड़ने पर एक्शन, मेधा पाटकर सहित 600 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ FIR

मध्य प्रदेश में अजनार नदी में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए आयोजित एक विरोध प्रदर्शन में शामिल 600 लोगों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है. मेधा पाटकर का भी नाम एफआईआर में शामिल है.

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नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता और सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर (फाइल फोटो-PTI) नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता और सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर (फाइल फोटो-PTI)

धर्मेंद्र कुमार शर्मा

  • इंदौर,
  • 12 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 8:50 PM IST
  • कोविड प्रोटोकॉल तोड़ने पर हुआ एक्शन
  • प्रदर्शनकारियों ने नहीं पहना था फेस मास्क
  • प्रदर्शनकारियों में मेधा पाटकर भी शामिल

मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के मानपुर इलाके में अजनार नदी में प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है. बढ़ते प्रदूषण को लेकर रविवार को एक बड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ था. पुलिस ने थाने पर जमा हुए 600 लोगों के खिलाफ सोमवार को एफआईआर दर्ज की है, जिसमें सामाजिक कार्यकर्ता और नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर का नाम भी शामिल है. 

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पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से कोरोना संक्रमण की स्थिति देखते हुए एकजुट न होने और भीड़ न जमा करने का अनुरोध किया था लेकिन बड़ी संख्या में लोग जमा हुए. प्रदर्शनकारियों ने पहले माली गांव में जाकर अजनार नदी के किनारे फिर मानपुर थाने में प्रदर्शन किया. जयस आदिवासी संगठन के कार्यकर्ताओं ने मानपुर हाईवे पर भी प्रदर्शन किया था.

दरअसल इंदौर के मानपुर इलाके में एक जमीन पर हानिकारक केमिकल डालने के मामले में पहले एक केस दर्ज हुआ था. इसी मामले में कार्रवाई न होने का आरोप लगाते हुए जयस कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव किया. पुलिस का कहना है कि उक्त प्रकरण में विधिवत कार्रवाई चल रही है. बावजूद इसके थाने का घेराव प्रदर्शनकारियों ने किया.

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असली दोषियों को बचा रही पुलिस!

प्रदर्शन के दौरान सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि प्रशासन और पुलिस दोनों ही अब असली दोषियों को बचाने का काम कर रहे हैं. स्थानीय आदिवासियों ने एसपी से कहा कि टीआई ने इस मामले के असली दोषियों को बचाने के लिए पूरी रूपरेखा बनाई है, क्योंकि वे इस इलाके के समृद्ध उद्यमी हैं.

एसपी इस शिकायत पर गंभीर नजर आए. उन्होंने सार्वजनिक तौर पर टीआई को हटाने की बात कही. प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया गया है कि आने वाले कुछ दिनों में इस केस के असली दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.

मानपुर थाने को प्रदर्शनकारियों ने घेरा

दरअसल रविवार को जयस संगठन के साथ सैकड़ों लोगों ने मानपुर थाने का घेराव कर लिया था. तीन किलोमीटर तक उन्होंने पैदल मार्च निकाला और इसके बाद थाने के बाहर धरना शुरू कर दिया. प्रदर्शन में मेधा पाटकर भी थीं. पुलिस ने इस मामले को लेकर प्रदर्शनकारियों पर केस दर्ज कर लिया.

प्रदर्शनकारियों पर आरोप है कि बिना मास्क के वे आए थे और अनुमति भी नहीं ली थी. प्रशासन और पुलिस के समझाने के बाद भी प्रदर्शनकारी, प्रदर्शन खत्म नहीं कर रहे थे. यही वजह है कि इस केस में 600 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया  है.

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