कमलनाथ के मंत्री बोले- RSS देता है बम बनाने की ट्रेनिंग, शिवराज ने बताया मानसिक दिवालियापन

सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह के बयान पर बीजेपी ने भी पलटवार करते हुए इसे हास्यास्पद बताया है.

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मंत्री गोविंद सिंह (फोटो-रवीश पाल सिंह) मंत्री गोविंद सिंह (फोटो-रवीश पाल सिंह)

रवीश पाल सिंह / aajtak.in

  • भोपाल,
  • 21 जनवरी 2019,
  • अपडेटेड 8:53 AM IST

मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार में मंत्री गोविंद सिंह के बयान से नया विवाद खड़ा हो गया है. सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह ने आरएसएस पर बम बनाने की ट्रेनिंग देने का आरोप लगाया है.

दरअसल पत्रकारों ने गोविंद सिंह से मध्यप्रदेश में बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या से जुड़ा सवाल पूछा था जिसका जवाब देते हुए गोविंद सिंह ने बीजेपी पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप तो लगाया ही, साथ ही आरएसएस पर गंभीर आरोप भी लगाए. मंत्री गोविंद सिंह ने कहा कि 'आरएसएस जो है वह हथियार बनाने की, एटम बम बनाने की, बम बनाने की, विस्फोट करने की और हथगोला बनाने की ट्रेनिंग देता रहा है. अभी यह सरकार में थे 15 साल से इसलिए मामले दबे रहे और इसमें उनकी प्रज्ञा ठाकुर का भी नाम आया था जिसको उन्होंने 15 साल से सभी सुख सुविधाएं दे रखी है बीमारी के नाम पर'.

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गोविंद सिंह यहीं नहीं रुके बल्कि उन्होंने आगे बीजेपी पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि 'अपराधियों को पाला भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने है, राष्ट्रीय स्वयंसेवक के कर्ताधर्ताओं ने और अब वही लोग उत्पात करवा रहे हैं. सब की जड़ भारतीय जनता पार्टी है और अब इस जन्म में हम मट्ठा डालने का काम कर रहे हैं.'

सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह के बयान पर बीजेपी ने भी पलटवार करते हुए इसे हास्यास्पद बताया है. मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि 'सीएम कमलनाथ जी के मंत्री डॉ. गोविंद सिंह का बयान कि आरएसएस हथियार, हथगोले बनाने की ट्रेनिंग देता है, हास्यास्पद और अज्ञानता का द्योतक है. उच्च चरित्र निर्माण के लिए 94 वर्ष से निरंतर कार्यरत राष्ट्रवादी संस्था को लेकर ऐसी ओछी बात करना, कांग्रेस का मानसिक दिवालियापन दर्शाता है.'

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उधर बड़वानी में रविवार को भाजपा मंडल अध्यक्ष मनोज ठाकरे की हत्या कर दी गई. इस मामले की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) करेगा. इसी के साथ लगातार दो भाजपा नेताओं की हत्या ने प्रदेश की राजनीति गरमा दी है. एक ओर भाजपा इसे 'गुंडाराज की वापसी' बता रही है, वहीं कांग्रेस इन हत्याओं को आपसी रंजिश का नतीजा कह रही है. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हत्या की बढ़ती वारदातों पर ट्वीट कर कहा, "एक के बाद एक भाजपा नेताओं की हत्या होना बहुत गंभीर मामला है. कांग्रेस इसको सतही तौर पर लेकर क्रूर मजाक कर रही है. गृह मंत्री के गृह जिले में सरेआम भारतीय जनता पार्टी के लोकप्रिय मंडल अयक्ष मनोज ठाकरे को मार दिया गया."

बड़वानी में सुबह की सैर पर निकले भाजपा के बलबाड़ी मंडल अध्यक्ष मनोज ठाकरे की हत्या कर दी गई. उनके सिर पर पत्थर से मारा गया. उनका शव खेत में मिला है. शव खून से लथपथ था. मंदसौर में गुरुवार की रात को नगर पालिका अध्यक्ष प्रहलाद बंधवार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्या का आरोप भाजपा कार्यकर्ता मनीष बैरागी पर लगा है. हत्या का कारण जमीनी विवाद बताया गया है जबकि बीजेपी इसे नेताओं की हत्या करार दे रही है. इन दो नेताओं की हत्या के बाद मध्य प्रदेश में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है.

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