MP: कमलनाथ राज में 'वंदे मातरम' पर टूट गई राज्य की 13 साल पुरानी परंपरा

Bharatiya janata party की सरकार ने हर महीने के पहले कामकाजी दिन में वंदे मातरम गाने की यह व्यवस्था शुरू की थी. हालांकि कमलनाथ की अगुवाई में कांग्रेस सरकार ने वंदे मातरम बंद करने का कोई आदेश जारी नहीं किया था, लेकिन 13 साल बाद 2019 के पहले कामकाजी दिन पर यह राष्ट्रगीत नहीं गाया गया.

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मुख्यमंत्री कमलनाथ (फाइल-REUTERS) मुख्यमंत्री कमलनाथ (फाइल-REUTERS)

हेमेंद्र शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 01 जनवरी 2019,
  • अपडेटेड 5:50 PM IST

मध्य प्रदेश में 15 साल से चले आ रहे बीजेपी राज खत्म होने के बाद कांग्रेस की नई सरकार के राज में अब पिछली सरकार के फैसले के उलट काम करने की परंपरा शुरू हो गई है. शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में मध्य प्रदेश में पिछले 13 साल से चले हर महीने के पहले कामकाजी दिन में मंत्रालय के सामने सरकारी कर्मचारियों की तरफ से किए जाने वाला 'वंदे मातरम' नए साल के पहले दिन नहीं हुआ.

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भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने हर महीने के पहले कामकाजी दिन में 'वंदे मातरम' गाने की यह व्यवस्था शुरू की थी. हालांकि, कमलनाथ की अगुवाई में कांग्रेस सरकार ने 'वंदे मातरम' बंद करने का कोई आदेश जारी नहीं किया था, लेकिन साल 2019 के पहले कामकाजी दिन पर यह राष्ट्रगीत नहीं गाया गया.

बीजेपी का आरोप है कि कमलनाथ के राज में सरकारी कर्मचारियों के वंदे मातरम गाने पर रोक लगा दी गई है.

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