मध्यप्रदेश के सतना में मासूमों के अपहरण और हत्या का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने सतना एसपी पर ज़िले में लगातार बढ़ते अपराधों को रोक पाने का आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग की है. वहीं प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज ने इस पर कमलनाथ सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि धिक्कार है ऐसी सरकार पर जो मासूमों की जान भी नहीं बचा सकती.
दरअसल चित्रकूट से अगवा जुड़वा भाइयों की हत्या को लोग भूल भी नहीं थे कि सतना से ही 12 मार्च को अगवा 4 साल के मासूम की लाश बुधवार को एक नाले के पास बोरे में बंद मिली. पुलिस ने इस मामले में बच्चे के चाचा को गिरफ्तार किया है पुलिस के मुताबिक, आरोपी चाचा ने ही मासूम भतीजे का अपहरण करने के बाद 2 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी.
सतना में एक और बच्चे के अपहरण के बाद हत्या के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा है. शिवराज ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'कल सतना जिले से अपहृत हुए बालक की निर्दयतापूर्वक हत्या कर दी गई। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. ईश्वर से प्रार्थना है कि उस बेटे की दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और परिजनों को इस गहन दुख को सहने की शक्ति दें. धिक्कार है ऐसी सरकार पर जो मासूमों की जान भी नहीं बचा सकती.
वहीं, मध्यप्रदेश कांग्रेस के इलेक्शन अफेयर्स इंचार्ज जेपी धनोपिया ने बुधवार को मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव से मुलाकात कर सतना एसपी को हटाने की मांग की है.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को लिखी चिट्ठी में धनोपिया ने लिखा है कि 'सतना के चित्रकूट से अगवा बच्चों को हत्यारे अपहरण के चौथे दिन यूपी ले जाने में कामयाब रहे. ज़ाहिर है पुलिस मुस्तैद नही थी और आखिरकार मामला यूपी पुलिस के कारण सुलझा'. धनोपिया ने आगे लिखा कि मैहर से भी अगवा 10 साल की बच्ची का अब तक कोई सुराग नही लग सका है'.
हाल ही में अगवा बच्चे की लाश मिलने के बाद कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि सतना में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है खासतौर पर मासूम बच्चे अपराधियों का आसान निशाना बन रहे हैं. धनोपिया ने चुनाव आयोग को लिखी चिट्ठी में बढ़ते अपराधों के लिए सतना एसपी संतोष सिंह गौर को जिम्मेदार ठहराया है.
रवीश पाल सिंह